आधा दर्जन से अधिक जिला अध्यक्षों को किया जा सकता है रिपीट, घोषणा के लिए अब आई 5 तारीख़
जबलपुर (जयलोक) । भारतीय जनता पार्टी के संगठन चुनाव रोजाना नई-नई गतिविधियों और घटनाक्रम के साथ चर्चाओं में बने हुए हैं। मध्य प्रदेश के सभी जिलों में संगठन पर्व के दौरान ही नगर अध्यक्षों की घोषणा होना है। कुछ बड़े जिले ऐसे हैं जहां पर दावेदारों की संख्या अधिक है बड़े नेताओं की प्रभावी लॉबी मजबूत है जिसके कारण अध्यक्ष के नाम की स्वीकृति पर समन्वय की जंग छड़ी हुई है। भाजपा की यह अंदरूनी जंग अपने चरम दौर पर है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि इसी उठा पटक के कारण प्रदेश के जबलपुर सहित 11 ऐसे अन्य जिले हैं जहां अध्यक्ष के नाम पर समन्वय नहीं बन पा रहा है और तनातनी की स्थिति बनी हुई है संभवत इन 11 जिलों को होल्ड पर रख कर अन्य सभी जिलों के नाम 5 जनवरी तक घोषित कर दिए जाएंगे।
नगर अध्यक्षों की घोषणा के लिए पहले 31 दिसंबर का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। इसके पीछे मंशा यही थी कि नव वर्ष के साथ ही नया अध्यक्ष अपनी नई पारी की शुरुआत करेगा और पार्टी संगठन पर्व के कार्यक्रम तेजी से आगे बढ़ा पाएगी।फिलहाल अधिकांश बड़े जिलों पर गुटबाजी और लॉबी के नेताओं को आगे बढ़ाने का सिलसिला इस पूरे मामले में सबसे बड़ी अड़चन बना हुआ है। जिला संगठन ने रायशुमारी की रस्म अदायगी करने के बाद यहां से कुछ नाम प्रदेश संगठन को भेजे हैं। गुटबाजी की उठा पटक इतनी तेज है कि अब प्रदेश के इस निर्णय में दिल्ली की भूमिका शामिल हो गई है। प्रदेश संगठन को पाँच-पाँच नाम का पैनल बनाकर आज या कल तक हर हाल में दिल्ली भेजना है।
इन पाँच नाम में सामान्य वर्ग के अलावा एससी एसटी और महिला को शामिल किया गया है। केंद्रीय नेटवर्क के समक्ष यह सारे पैनल पहुँचेंगे जहां पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। पार्टी से जुड़े सूत्रों का दावा है कि 5 जनवरी तक इस कार्य को पूर्ण करना है और नगर अध्यक्ष पदों पर नियुक्ति की घोषणा करना है।
कल से राजधानी में स्थित भाजपा के प्रदेश कार्यालय में बैठकों का दौर लगातार चल रहा है। संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी हर जिले के समीकरणों के अनुसार चर्चा कर नामों का पैनल तैयार करवा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार कल दिनभर चली बैठक में राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष केंद्रीय पर्यवेक्षक संगठन पर्व की जिम्मेदारी उठा रहीं सरोज पांडे, प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, प्रदेश प्रभारी डॉक्टर महेंद्र सिंह, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद, विवेक नारायण शेजवलकर, सहित अन्य वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। इस बात की भी चर्चा प्रदेश कार्यालय में चल पड़ी थी कि प्रदेश की लगभग 10 से अधिक जिले ऐसे होंगे जहां पर अध्यक्षों का कार्यकाल कम समय का रहा है या वे अच्छा कार्य कर रहे थे उन्हें पार्टी एक बार बना इसी जिम्मेदारी का दायित्व फिर से सौंपने का निर्णय ले सकती है। यह जिले कौन से होंगे किस संभाग के होंगे इस बारे में अभी खुलकर जानकारी नहीं दी गई है। सूत्रों के अनुसार इनमें उन जिला अध्यक्षों को भी शामिल किया जा सकता है जिनका कार्यकाल निर्विवादित रहा हो। जिनका कार्यकाल 4 साल से अधिक का हो गया है वहां पर बदलाव तय माना जा रहा है।
राय शुमारी में महिलाओं को मिली प्राथमिकता
इस बार पूरे प्रदेश में जिला नगर अध्यक्ष पद के लिए की गई राय शुमारी में महिलाओं को प्राथमिकता दी गई है। भारतीय जनता पार्टी के संगठन नेताओं ने जब रायशुमारी में शामिल लोगों को पैनल के नाम देने के लिए कहा गया तो यह भी कहा गया कि एक नाम महिला का और एक अनुसूचित जाति का देना अनिवार्य है। महिलाओं के नाम प्राथमिकता से लिए जाने के बाद इन बातों के कयास लगाए जा रहे हैं कि कई जिलों में पुराने दावेदारों के समीकरण बिगाड़ सकते हैं। कुछ बड़े जिलों में पार्टी नए बदलाव के साथ निर्णय कर महिला नेत्रियों को यह जिम्मेदारी सौंप सकती है। भाजपा के प्रदेश कार्यालय में आज और मंथन का दौर चलेगा शाम तक राष्ट्रीय नेतृत्व को पाँच-पाँच नाम के पैनल भेजे जाने की बात कही जा रही है। वहीं इस बात की भी चर्चा है कि प्रदेश के कुछ बड़े जिले ऐसे हैं जहां समन्वय बनाने का कार्य नहीं हो पा रहा है। इन्हें रोक कर बाकी जिलों की घोषणा जल्द कर दी जाएगी। बड़े जिलों में नाम निर्धारण के लिए मंत्रियों, सांसद, विधायकों, संगठन नेताओं से रायशुमारी का कार्य वन टू वन चर्चा कर किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान कराएंगे मध्य प्रदेश के चुनाव
भारतीय जनता पार्टी ने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के संगठन चुनाव और प्रदेश अध्यक्ष राष्ट्रीय परिषद सदस्यों का चुनाव कराने की जिम्मेदारी सौंपी है, भाजपा ने उन्हें प्रदेश संगठन चुनाव के लिए चुनाव अधिकारी नियुक्त किया है।
आज आ सकती है पहली सूची
शुक्रवार की दोपहर बाद पार्टी सूत्रों की ओर से यह जानकारी भी प्राप्त हुई है कि आज भाजपा नगर अध्यक्ष के लिए पहली सूची जारी हो सकती है। इनमें वह जिले रहेंगे जहां कोई दावेदारी की ररुसाकशी नहीं है। 40 से 50 जिलों पर सहमति बनने का कार्य पूर्ण हो जाने की जानकारी भी सामने आ रही है।