टैक्स, परमिट सहित अन्य दस्तावेजों का बहाना
जबलपुर (जयलोक)। अन्य प्रदेशों से प्रयागराज महाकुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए इन दिनों एक बड़ी समस्या सामने आ रही है। जहाँ दूसरे प्रदेश में दाखिल होते ही इनसे परमिट, टैक्स और पेपर के नाम पर पाँच सौ से दो हजार की रकम वसूली जा रही है। जिसको लेकर अन्य प्रदेश से महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश होकर उत्तर प्रदेश जाने वाले वाहन चालकों में काफी नाराजगी देखी जा रही है। उनका कहना है कि यह कार्रवाही आरटीओ विभाग की ओर से की जा रही है। जिससे श्रृद्धालु समय पर महाकुंभ में स्नान करने नहीं पहुँच पा रहे हैं वहीं घंटों चालान के नाम पर समय की बर्बादी भी हो रही है।
सबसे ज्यादा परेशानी कर्नाटक, हैदराबाद के लोगों को हो रही है। जिनको वाहनों के दस्तावेज देखने के नाम पर घंटों रूकवाया जा रहा है। जिसको लेकर हंगामे तक की स्थिति निर्मित हो रही है। इनमें महिलाएँ और बच्चे भी इस कार्रवाही में पिस रहे हैं। उनका कहना है कि अन्य प्रदेशों से आने वालों को जगह जगह रोका जा रहा है। जिसमें वाहन चालक से परमिट, दस्तावेज, टैक्स और अन्य चीजों के नाम पर चालान की राशि वसूल की जा रही है।
वाहन चालकों ने कहा नहीं सुन रहे शिकायत
दूसरी ओर वाहन चालकों ने बताया कि आरटीओ द्वारा इस कार्रवाही को लेकर उनहोंने उपस्थित अधिकारियों से बात भी की। लेकिन कोई भी अधिकारी उनकी सुनने को तैयार नहीं है। एक ओर तो आरटीओ विभाग द्वारा कार्रवाही के नाम पर घंटों रोका जा रहा है दूसरी ओर उनके वाहनों में बैठे श्रद्धालु उन पर जल्दी चलने का दबाव बनाते हैं। ऐसे में दोनों तरफ से उन्हीं को परेशान होना पड़ रहा है।
5 सौ से दो हजार की वसूली
वाहन चालकों का कहना है कि चालानी कार्रवाही के दौरान उनसे जो भी दस्तावेज माँगे जा रहे हैं वे उन दस्तावेजों को उपलब्ध भी करा रहे हैं लेकिन इसके बाद भी कोई ना कोई दस्तावेज की कमी बताकर उनसे पाँच सौ रूपये से लेकर दो हजार रूपये माँगे जा रहे हैं। पैसे ना देने पर वाहनों को आगे नहीं जाने दिया जा रहा है।
जनप्रतिनिधियों के दबाव से बंद हुआ जुर्माना
वहीं दूसरी ओर इस मामले में आरटीओ जितेन्द्र रघुवंशी का कहना है कि यह कार्रवाही को दो दिनों से बंद कर दिया गया था। वाहन चालक गलत तरीके से प्रदेश में एंट्री कर रहे है। ना तो इनके पास परमिट हैं ना ही दस्तावेज हैं। फिर भी तीन से चार बार ये प्रदेश में एंट्री कर रहे हैं। जिसको लेकर यह कार्रवाही की जा रही थी। लेकिन जनप्रतिनिधियों के बढ़ते दबाव को देखते हुए फिलहाल ये कार्रवाही बंद कर दी गई है। अब अन्य प्रदेशों से आने वाले वाहनों को नहीं रोका जा रहा है।
इनका कहना है
अन्य प्रदेशों से आने वाले वाहन चालकों के पास परमिट, टैक्स सहित अन्य दस्तावेज नहीं है। इसके साथ ही वे एक ट्रिप का परमिट लेकर तीन से चार बार श्रद्धालुओं को लेकर प्रयागराज जा रहे हैं। ऐसे में वाहन चालकों से जुुर्माना वसूला जा रहा है। लेकिन यह कार्रवाही दो दिनों से बंद है।
जितेन्द्र रघुवंशी, आरटीओ
