बच्चों को मोबाइल से दूर रखना जरूरी
भोपाल (जय लोक)। मोबाइल पर बात करने से मना किया तो बेटे ने कुल्हाड़ी से पिता की कर दी। इसको सामान्य घटना नहीं माना जा सकता। क्योंकि भारत की सामाजिक संरचना में पुत्र पिता की सेवक होते हैं हत्यारे नहीं। अब बात इस बात पर होनी चाहिए कि आखिर कैसे जन्म देने वाले पिता की सेवा करने के बजाय बेटे ने उसकी कुल्हाड़ी मार कर बेरहमी से हत्या कर दी। इसकी जड़ के पीछे मोबाइल फोन का नशा सर पर सवार होना सामने आ रहा है। यह बात हर अभिभावक के लिए चिंता का विषय है। बच्चों में और नाबालिक में मोबाइल की दीवानगी और उसका नशा उसमें खेले जाने वाले खतरनाक खेल सैकड़ो बच्चों की जान ले चुके हैं उन्हें आत्महत्या करने पर विवश कर चुके। अब इस घटनाक्रम ने यह बात भी साबित कर दी है कि मोबाइल का नशा इस कदर कर चलकर हावी हो रहा है कि पिता पुत्र जैसे संबंधों का मान भी मोबाइल का नशा खा चुका है और युवाओं को हत्यारा बन रहा है। घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार बैतूल जिले की बोरदेही थाना क्षेत्र में पिता ने बेटे से मोबाइल पर लंबी बात करने से मना किया तो आवेश में आकर पुत्र ने पिता पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। पिता को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती किया था, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। घटना के बाद से आरोपी फरार चल रहा है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दीपा मंडई निवासी कमरलाल धुर्वे (50) ने बेटे के मोबाइल पर बात बरने से मना किया। इस बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया। विवाद में पिता ने बेटे पर थप्पड़ जड़ दिए। गुस्साएं बेटे ने पिता पर ही कुल्हाड़ी से हमला कर घायल कर दिया। मृतक का रविवार सुबह जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया है।
मोबाइल को लेकर अक्सर होता था विवाद
पुलिस ने बताया कि कमरलाल का बेटा अधिकतर मोबाइल पर बातें करता रहता था। पिता को शक हुआ कि बेटा किसी लडक़ी से मोबाइल पर लंबी बात करता है। इस बात को लेकर पुत्र को फटकार लगा दीं। इसी बात को लेकर 1 नवंबर को पिता-पुत्र के बीच विवाद हो गया। विवाद में बेटे ने पिता के सिर पर कुल्हाड़ी से वार कर घायल कर दिया, जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। आरोपी बेटा अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर है।