जबलपुर (जयलोक)
विद्युत मंडल द्वारा निजी कंपनी के माध्यम से जबरदस्ती घरों में लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर के विरोध में कांग्रेस ने अब प्रदेश व्यापी आंदोलन की तैयारी कर ली है। यह स्मार्ट मीटर जबरदस्ती भी लगाए जा रहे हैं और नियम शर्तों के खिलाफ भी कार्य किया जा रहा है। उपभोक्ताओं के सारे अधिकारों की हत्या की जा रही है और पूरे तरीके से लूट का इंतजाम किया जा रहा है। यह कहना है कांग्रेस बिजली समस्या निवारण प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष एवं जबलपुर नगर कांग्रेस के अध्यक्ष सौरभ नाटी शर्मा का। सौरभ ने इस विषय को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी से भेंट की।
बनाई जाएगी रूपरेखा
इसके साथ ही स्मार्ट मीटर से जुड़ी सारी अनियमितताएं और की जा रही नियम विरुद्ध कार्रवाई का पूरा ब्यौरा सौरभ शर्मा ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष रखा। सौरभ शर्मा ने जय लोक को बताया कि स्मार्ट मीटर लगाने के नाम पर निजी कंपनी के लोग गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के लोगों पर दबाव बनाकर जबरदस्ती मीटर लगा रहे हैं। मीटर ना लगाने पर उन्हें तरह-तरह की धमकियाँ दी जा रही हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि बिजली विभाग द्वारा यह तय किया गया था कि स्मार्ट मीटर को लगाने के बाद इसके साथ पाँच प्रतिशत के अनुपात में चेक मीटर भी लगाए जाएंगे। ताकि बिजली की सही खपत का अंदाजा लगाया जा सके। लेकिन बिजली विभाग और निजी कंपनी के लोग मिलकर यह कार्य नहीं कर रहे हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि स्मार्ट मीटर काफी तेज चल रहा है और कई गुना अधिक बिल उपभोक्ताओं को भरना पड़ रहा है।
प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने स्मार्ट मीटर से संबंधित सभी अनियमिताओं और उपभोक्ताओं को हो रहे नुकसान के बिंदुओं को बारीकी से समझा।
टेंडर की शर्तों का पालन नहीं किया जा रहा
कांग्रेस के अध्यक्ष सौरभ शर्मा ने कहा कि बड़ी विडंबना है कि स्मार्ट मीटर लगाने के नाम पर डरा धमका कर लोगों के घरों में जबरदस्ती स्मार्ट मीटर तो लगाए जा रहे हैं, लेकिन टेंडर की शर्तों का पालन हक नहीं किया जा रहा है। आम उपभोक्ताओं के हक मारे जा रहे हैं और उन्हें लूटने की पूरी तैयारी कर ली गई है। कांग्रेस इस पूरे विषय को लेकर अपना आंदोलन तीव्र करती जाएगी।
प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी कहा कि यह प्रदेश की जनता के साथ
धोखाधड़ी और लूट जैसा कृत्य किया जा रहा है। कांग्रेस जल्द ही इस पूरे मामले को लेकर प्रदेश स्तरीय आंदोलन चलाएगी। आने वाले समय में हर जिले में स्मार्ट मीटर के खिलाफ आंदोलन तेज कर दिया जाएगा। आम जनता को इसके खामियाजे से अवगत कराया जाएगा। साथ ही उनके अधिकारों के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। सौरभ शर्मा ने बताया कि हमने अपने वरिष्ठ प्रियवत सिंह से भी चर्चा की है। जल्द ही प्रदेश स्तर पर पूरे आंदोलन की रणनीति तय कर ली जाएगी। जबलपुर से निकलकर अब स्मार्ट सिटी का आंदोलन पूरे प्रदेश में फैलेगा। कांग्रेस आम जनों को यह बताएगी कि स्मार्ट मीटर की आड़ में कैसे उनसे लाखों करोड़ों रुपए लूटने की योजना बनाई गई है। कैसे कुछ चुनिंदा अधिकारियों और मनपसंद निजी ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने का खेल खेला जा रहा है।
बनाई जाएगी रूपरेखा
इसके साथ ही स्मार्ट मीटर से जुड़ी सारी अनियमितताएं और की जा रही नियम विरुद्ध कार्रवाई का पूरा ब्यौरा सौरभ शर्मा ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष रखा। सौरभ शर्मा ने जय लोक को बताया कि स्मार्ट मीटर लगाने के नाम पर निजी कंपनी के लोग गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के लोगों पर दबाव बनाकर जबरदस्ती मीटर लगा रहे हैं। मीटर ना लगाने पर उन्हें तरह-तरह की धमकियाँ दी जा रही हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि बिजली विभाग द्वारा यह तय किया गया था कि स्मार्ट मीटर को लगाने के बाद इसके साथ पाँच प्रतिशत के अनुपात में चेक मीटर भी लगाए जाएंगे। ताकि बिजली की सही खपत का अंदाजा लगाया जा सके। लेकिन बिजली विभाग और निजी कंपनी के लोग मिलकर यह कार्य नहीं कर रहे हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि स्मार्ट मीटर काफी तेज चल रहा है और कई गुना अधिक बिल उपभोक्ताओं को भरना पड़ रहा है।
प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने स्मार्ट मीटर से संबंधित सभी अनियमिताओं और उपभोक्ताओं को हो रहे नुकसान के बिंदुओं को बारीकी से समझा।
टेंडर की शर्तों का पालन नहीं किया जा रहा
कांग्रेस के अध्यक्ष सौरभ शर्मा ने कहा कि बड़ी विडंबना है कि स्मार्ट मीटर लगाने के नाम पर डरा धमका कर लोगों के घरों में जबरदस्ती स्मार्ट मीटर तो लगाए जा रहे हैं, लेकिन टेंडर की शर्तों का पालन हक नहीं किया जा रहा है। आम उपभोक्ताओं के हक मारे जा रहे हैं और उन्हें लूटने की पूरी तैयारी कर ली गई है। कांग्रेस इस पूरे विषय को लेकर अपना आंदोलन तीव्र करती जाएगी।
प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी कहा कि यह प्रदेश की जनता के साथ
धोखाधड़ी और लूट जैसा कृत्य किया जा रहा है। कांग्रेस जल्द ही इस पूरे मामले को लेकर प्रदेश स्तरीय आंदोलन चलाएगी। आने वाले समय में हर जिले में स्मार्ट मीटर के खिलाफ आंदोलन तेज कर दिया जाएगा। आम जनता को इसके खामियाजे से अवगत कराया जाएगा। साथ ही उनके अधिकारों के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। सौरभ शर्मा ने बताया कि हमने अपने वरिष्ठ प्रियवत सिंह से भी चर्चा की है। जल्द ही प्रदेश स्तर पर पूरे आंदोलन की रणनीति तय कर ली जाएगी। जबलपुर से निकलकर अब स्मार्ट सिटी का आंदोलन पूरे प्रदेश में फैलेगा। कांग्रेस आम जनों को यह बताएगी कि स्मार्ट मीटर की आड़ में कैसे उनसे लाखों करोड़ों रुपए लूटने की योजना बनाई गई है। कैसे कुछ चुनिंदा अधिकारियों और मनपसंद निजी ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने का खेल खेला जा रहा है।