प्रथम दिन माँ शैलपुत्री का हो रहा पूजन
जबलपुर (जयलोक)। शक्ति की भक्ति का महापर्व नवरात्र आज से प्रारंभ हो रहा है। 12 अक्टूबर को दशहरा पर्व मनाया जाएगा। भगवती की आराधना के इस नौ दिनी महापर्व के प्रथम दिन बैठकी पर देवी देवालयों मंडपों में घट स्थापना के साथ जवारे बोये जाएंगे। पूरे नौ दिन तक मां जगदंबे की आराधना भक्त अपनी शक्ति अनुसार करेंगे। इस दौरान शहर भर के देवी मंदिरों को जगमग रोशनी से सजाया गया है। आज बैठकी पर ब्रम्ह मुहुर्त से ही देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी।
मंदिरों में उमड़ेगी श्रद्धा और भक्ति
नगर के शक्ति पीठों बड़ी खेरमाई मंदिर, भानतलैया, बूढ़ी खेरमाई, चारखंभा, काली मंदिर सदर, शारदा मंदिर मदनमहल, छोटी खेरमाई दीक्षितपुरा, खेरमाई मंदिर मानस भवन के पीछे, दुर्गा मंदिर गलगला, हरदौल मंदिर गंजीपुरा, बंगलामुखी शक्तिपीठ सिविक सेंटर के अलावा शहर के अन्य दुर्गा मंदिरों में आज से चहल पहल दिखाई दे रही है।
प्रथम दिन, माँ शैलपुत्री का पूजन
नवरात्र के प्रथम दिन भगवती शैलपुत्री के पूजन का विशेष महत्व है। आज के दिन दो वर्ष की कन्या को आमंत्रित कर उनका पूजन किया जाता है। उन्हें मिष्ठान, वस्त्र भेंट किए जाते हैं। आज के दिन असाध्य रोगों की मुक्ति के लिए भगवती का पूजन अवश्य करना चाहिए।
बड़ी महाकाली की स्थापना आज
गढ़ाफाटक की प्रसिद्ध बड़ी माता महाकाली की विशाल प्रतिमा आज बैठकी को स्थापित की जायेगी। 14 फुट की महाकाली न बल्कि जबलपुर में बल्कि पूरे प्रदेश में प्रसिद्ध है ।
बगलामुखी मंदिर में अखंड ज्योति कलश की स्थापना
शारदेय नवरात्रि के पावन पर्व पर माता बगलामुखी मंदिर में अखंड ज्योति कलश स्थापित होंगे। प्रतिदिन बगलामुखी सिद्ध पीठ शंकराचार्य मठ में धार्मिक आयोजन किए जाएंगे। नवरात्रि के 9 दिन तक प्रात: काल से रात्रि पर्यंत भगवती की आराधना चलेगी सर्वप्रथम प्रात: काल भगवती का श्रृंगार अर्चन किया जाएगा दोपहर में भगवती का पूजन आरती भोग लगाया जाएगा सायंकाल भगवती का श्रृंगार अर्चन एवं रात्रि में महा आरती विशेष पूजन ब्रह्मचारी चैतन्यानंद जी महाराज द्वारा किया जाएगा।