जबलपुर (जयलोक)। दिवाली के त्यौहार में जिले में दो हत्या के मामले प्रकाश में आये है। हत्या के एक मामले में पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई है और उनको गिरफ्तार भी कर लिया है। चरगवां थाना क्षेत्र में हुई हत्या के आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जबकि गढ़ा थाना क्षेत्र में हुई हत्या के आरोपी अभी तक पुलिस गिरफ्त से दूर हैं। इसको लेकर मृतक के परिजनों में और क्षेत्रीय लोगों में काफी आक्रोश है। इसी बात को लेकर आज दोहर बाद गढ़ा थाने का घेराव भी किया गया।
शराब के लिए भतीजे ने की चाचा की हत्या
चरगवां थाना अंतर्गत 30 अक्टूबर की रात को की गई मनोज ठाकुर की हत्या के मामले में पुलिस ने हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया है। हत्यारा कोई और नहीं बल्कि मृतक का भतीजा की निकला। जिसने शराब और मुर्गी पार्टी के लिए पैसे कम पड़ जाने पर अपने ही चाचा की हत्या कर दी थी। मनोज का शव ग्राम देवरी टपरिया में खेत में 31 अक्टूबर को पाया गया था। आसपास लकड़ी के टुकड़ों में खून लगा हुआ था, मृतक के बड़े भाई बुधराज ठाकुर ने बताया कि 30 अक्टूबर को घर से काम करने का कहकर घर से गया था जो रात को घर वापस नहीं आया। गठित टीम द्वारा आसपास पतासाजी की गयी तो ज्ञात हुआ कि मृतक मनोज के साथ धरम उर्फ अबी जो कि रिश्ते मे भतीजा लगता है, चरगवां बाजार मे घूम रहे थे संदेही धरम उर्फ अबी पिता सन्तोष ठाकुर को अभिरक्षा में लिया गया। जिसके सीने एवं कोहनी मे खंरोच के निशान थे, आंखे लाल थी, पहने हुये पैंट मे खून के दाग थे। जिससे सघन पूछताछ की गई जिसने बताया की गॉव का मनोज उर्फ मन्नू ठाकुर रिश्ते मे उसका चाचा लगता है। घटना दिनांक की सुबह 11 बजे मनोज ने अपने मोबाइल से उसके मोबाईल पर फोन कर बोला कि आज शाम को दारू मुर्गा पार्टी करनी है तो उसने कहा की ठीक है। चरगवां शराब दुकान से दो शराब के पाव खरीदे एवं हडम्मा के पीछे बैठकर पिये इसके बाद तीन पाव शराब और लिये एवं मिथुन की दुकान से मुर्गा फ्राई करवा कर दोनों घर जा रहे थे। रास्ते में बड़े पापा गाधी ठाकुर के खेत मे मनोज चाचा बोला कि तुमने दारू मुर्गा में कम पैसे मिलाये है तो उसने कहा कि मैने भी पैसा मिलाया है तभी चाचा मनोज ने मलगा उठाकर उसकी पीठ मे मार दिया फिर उसने वहीं मलगा मनोज चाचा से छीनकर मनोज चाचा के मुंह और नाक के पास मारा जिससे मनोज चाचा गिर गया। इसके बाद उसने चाचा के सिर व चेहरा पर लकड़ी के मलगे से दो तीन बार और मारा जिससे लकड़ी का मलगा टूट कर वही गिर गया। तो टूटे हुये टुकड़े से भी उसने मनोज के सिर पर कई बार मारा। आरोपी धरम की निशादेही पर मृतक का मोबाईल, टूटी हुई सिम, मलगे की लकड़ी का टुकड़ा तथा आरोपी के घटना के वक्त पहने हुये कपडे, जप्त करते हुये आरोपी को प्रकरण में विधिवत गिरफ्तार कर मान्नीय न्यायालय के समक्ष पेश करते हुये आरोपी को उप जेल पाटन मे निरूद्ध कराया गया है।
हत्या के विरोध में हुआ गढ़ा थाने का घेराव
गढ़ा थाना अंतर्गत हुई हत्या के मामले में क्षेत्रीय लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। हत्यारे के ना पकड़े जाने से आज क्षेत्रीय लोगों ने गढ़ा थाने का घेराव किया। यहां गाली गलौज करने पर दिनेश नामक युवक की चार बदमाशों ने चाकू मारकर नृशंस हत्या कर दी थी।
छुई खदान गढ़ा निवासी दिनेश झारिया प्राइवेट जॉब करता था, देर रात दिनेश घर के बाहर टहल रहा था, इस दौरान पड़ोसी युवक निहाल केवट ई-रिक्शा बैठकर गाली गलौज करते हुए निकला। दिनेश ने गाली देने से मना किया और निहाल के पिता से शिकायत भी की। जिस पर निहाल के पिता बाहर आए और डांटते हुए घर चलने के लिए कहा। दिनेश द्वारा शिकायत करने पर निहाल आगबबूला हो गय और जान से मारने की धमकी देते हुए चला गया। देर रात दो बजे के लगभग निहाल अपने दोस्त राधे, अज्जू, बूजी सेन को लेकर और सीधे दिनेश के घर में घुस गया। दिनेश कुछ समझ पाता इससे पहले चारों ने चाकू निकालकर ताबड़तोड़ हमले किए। हमले में दिनेश के शरीर पर गंभीर चोटें आने के कारण मौके पर ही मौत हो गई। हमला होते देख परिजनों में चीख पुकार मच गई, शोर सुनकर आसपास के लोग भी घरों से बाहर आ गए, जिन्होने दिनेश को खून से लथपथ हालत में देखा तो स्तब्ध रह गए। हमले की खबर मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए, जिन्होने पूछताछ के बाद दिनेश को मेडिकल अस्पताल पहुंचाया जहां पर डाक्टरों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। हत्या के 48 घंटे बाद भी हत्यारों को नहीं पकड़ा जा सका। जिसके कारण क्षेत्रीय लोग भडक़ उठे और हत्यारों की गिरफ्तारी की माँग को लेकर गढ़ा थाने का घेराव किया।