एसपी ने कसी लगाम, नहीं चलेगी थाना प्रभारियों की सुस्ती, काम नहीं तो हटाएंगे थाने से
जबलपुर (जयलोक)। पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने कल अपराध समीक्षा बैठक में सख्त तेवर दिखाते हुए ट्रैक से हटकर कार्य कर रहे कुछ पुलिस कर्मियों को इशारे इशारे में यह स्पष्ट चेतावनी दे दी है कि वह संभल कर जनहित में कार्य करें अन्यथा ऐसा ना हो कि जिस थाने में वह पदस्थ हैं उसी थाने में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हो जाये। समीक्षा बैठक में पुलिस अधीक्षक ने कल बाल की खाल निकाल कर थाना प्रभारी को उनकी वस्तु स्थिति से अवगत करा दिया। अंतिम चेतावनी के रूप में उन्हें अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाने का अवसर दिया है अन्यथा जल्द ही कार्य न करने वाले थाना प्रभारी को लाइन या अन्य ऐसी शाखाओं में पदस्थ कर दिया जाएगा जहां वे टाइम पास की मुद्रा में कार्य कर सकें।
जिले में कुछ थानों के अंतर्गत अपराध के बेलगाम होने की जो स्थिति वर्तमान में नजर आ रही है इस पर कुछ समय पूर्व पुलिस द्वारा ही अच्छा नियंत्रण कर लिया गया था। अब ऐसा क्या हुआ है जो एकाएक अपराधियों द्वारा की जा रही वारदातें बेखौफ चरम पर हैं। इसकी एक मुख्य वजह यह है कि वर्तमान में बहुत सारे थाना प्रभारी केवल अपने थानों में शोभा की सुपारी बनकर बैठे हैं ना तो उनका अपने क्षेत्र में सीधा संपर्क है और ना ही अपने खुद का मुखबिर तंत्र होने के कारण क्षेत्र में सक्रिय अपराधियों पर वह प्रभावी रूप से नकेल नहीं कस पा रहे है।
वहीं दूसरी ओर जो असली वजह चर्चा में है वह यह है कि वर्तमान में थाने में पदस्थ कुछ थाना प्रभारी देश सेवा से पहले लक्ष्मी सेवा में समर्पित हो गए हैं। ऐसे थाना प्रभारियों ने अपने स्तर पर कुछ सिपाही हवलदारों और मुखबिरों का तंत्र तैयार कर उसे पैसे उगाही का लक्ष्मीयंत्र बना लिया है। हर प्रकार के अवैध कार्य करने वाले उनके ग्राहक बन चुके हैं अवैध परिवहन करने वाले वाहनों से लेकर ठेकेदारों तक से वसूली हो रही है जुआ सट्टा भी इन्हीं के संरक्षण में संचालित है सर्वाधिक अवैध मादक पदार्थों की तस्करी वालों से पैसा वसूल किया जा रहा है। अवैध रूप से संचालित शराब बिक्री का अहाता सबसे बड़े वसूली के केंद्र हैं।
इस प्रकार की सभी जानकारियाँ पुलिस अधीक्षक ने अपने स्तर पर एकत्रित करवाई हैं। कल कंट्रोल रूम में आयोजित हुई क्राइम मीटिंग में एक-एक थाना प्रभारी से नाम लेकर जब उनकी उपलब्धि और उनके द्वारा क्या विशेष कार्य पुलिसिंग हेतु किया गया है पूछे जाने पर सब बगले झांकने लगे। कुछ और थाना प्रभारियों की कार्यप्रणाली पर पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय द्वारा असंतोष भी व्यक्त किया गया।
समीक्षा बैठक के दौरान पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने सभी थाना प्रभारियों को उनके कार्य प्रणालियों के प्रति जानकारी से अवगत कराते हुए चौंका दिया और यह भ्रम भी तोड़ दिया कि पुलिस अधीक्षक के संज्ञान में थाना प्रभारी द्वारा किए जा रहे कृत्य नहीं हंै। इसी का उदाहरण इस रूप में सामने आया जब थाना प्रभारी माढ़ोताल निलेश दोहरे को चेतावनी देते हुए पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने कह दिया कि थाने में यदि बैठेंगे तो सभी जानकारियाँ रखेंगे। इसके अलावा सभी थाना प्रभारियों को इस बात के भी निर्देश दिए हैं कि वह सुबह 11 से 1 तक थाने में बैठें और लोगों की फरियाद सुनने के साथ-साथ थानों के लंबित पड़े कार्यों को भी समय सीमा तय कर निपटाएं।
कुर्सी छोडक़र क्षेत्र में पैदल भ्रमण करें
पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने सभी थाना प्रभारियों को इस बात के भी निर्देश दिए हैं कि अब लगातार शहर में धार्मिक पर्व का माहौल रहेगा और ऐसी स्थिति में पूर्ण रूप से शांति व्यवस्था और सुचारू यातायात व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए सभी थाना प्रभारियों को अपने क्षेत्र में प्रयास करने होंगे। पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट कहा कि वर्तमान समय में थाना प्रभारी पूरे समय कुर्सी में बैठे रहने के बजाय अपने क्षेत्र में पैदल भ्रमण कर बाजार क्षेत्र का निरीक्षण करें और अतिक्रमण एवं यातायात व्यवस्था की दृष्टि से कार्य सुलभ करें।
पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारियों को इस बात की चेतावनी दी है कि थाने में प्रभारी के पद पर बाबू की तरह कार्य करने के बजाय अपनी क्षमता के अनुरूप कार्य करना होगा। अपने-अपने थाना क्षेत्र में सक्रिय अपराधियों अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करना होगी। बड़े जुआ फड़, मादक पदार्थों के तस्कर, अवैध हथियारों के क्रय विक्रय करने वालों की टोह लेने और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए गए हैं। सिविल लाइन थाने में पदस्थ एक अधिकारी की ओर इशारा करते हुए एसपी ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि उन्हें सारी जानकारियाँ हैं कि कहां क्या चल रहा है संभल जाएं कहीं ऐसा ना हो कि जिस थाने में आप पदस्थ हैं वहीं आपके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया जाए।
