दिवाली के एक दिन पहले 412 और दरमियानी रात पकड़े गए 218 आरोपी
जबलपुर (जयलोक)। कॉबिंग गश्त का सिलसिला पहले से चला आ रहा है। नवगत पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने इस व्यवस्था को और मजबूती के साथ आगे बढ़ाने का निर्णय करते हुए दिवाली के एक दिन पहले और एक दिन बाद पूरे जिले में कॉम्बिंग गश्त करवाई। जिसका परिणाम यह हुआ है कि 630 वांछित अपराधी पुलिस की गिरफ्त में आये है। अधिकांश ऐसे अपराधी हैं जो दिन में पकड़ में नहीं आते लेकिन रात में पकड़ में आ जाते हैं। पुलिस अधीक्षक सम्पत उपाध्याय द्वारा अपराधों की रोकथाम हेतु गुंडे, बदमाशों एवं असामाजिक तत्वों के विरुद्ध उनके आपराधिक रिकार्ड को दृष्टिगत रखते हुए प्रतिदिन प्रतिबंधात्मक कार्यवाही कराई जा रही है। वहीं थानों में लंबित वारंटों की तामीली तथा मामलों में फरार आरोपियों की गिरफ्तारी संपत्ति संबंधी अपराधों की रोकथाम के लिए कांबिंग गश्त हेतु आदेशित किए जाने पर 30 अक्टूबर की रात्रि 12 बजे से 31 अक्टूबर के प्रात: 5 बजे तक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आनंद कलादगी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध समर वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार शेण्डे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूर्यकांत शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती सोनाली दुबे तथा समस्त नगर पुलिस अधीक्षकों, उप पुलिस अधीक्षक, एस.डी.ओ.पी. के मार्ग निर्देशन एवं उपस्थिति में समस्त थाना प्रभारी शहर एवं देहात द्वारा हमराह स्टाफ के साथ कॉम्बिग गश्त की गयी। कॉम्बिग गश्त के दौरान वारंटी एवं लंबित मामलों में फरार आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु प्रत्येक थाने में 2-3 टीमें बनाई गई, एक टीम के प्रभारी थाना प्रभारी स्वयं थे, अन्य टीम के प्रभारी उप निरीक्षक, सहायक उप निरीक्षक स्तर के अधिकारी थे। टीमों के द्वारा दबिश देते हुए कॉम्बिंग गश्त के दौरान कई वर्षों से फरार 184 गैर म्यादी वारिटयों एवं 228 गिरफ्तारी वारंटियों को पकड़ा गया तथा 156 जमानती वारंट भी तामील किए गए, साथ ही देर रात आने जाने वालों से रोककर पूछताछ की गई एवं संदिग्ध वाहनों की चेकिंग की गई।
देर रात पकड़े गए 218 वारंटी – इसी तरह कल रात्रि 11 बजे से आज रात्रि 2.30 बजे तक शहर एवं देहात पुलिस टीम के हमराह स्टाफ द्वारा कॉम्बिग गश्त की गयी। टीमों के द्वारा दबिश देते हुए कॉम्बिंग गश्त के दौरान कई वर्षों से फरार 101 गैर म्यादी वारिटयों एवं 117 गिरफ्तारी वारंटियों को पकड़ा गया तथा 123 जमानती वारंट भी तामील किए गए।
जो दिन में भागते रहते और वो रात में पकड़ में आते हंै-एस पी
कॉम्बिंग गश्त की व्यवस्था एक टीम वर्क के जैसे सयुंक्त प्रयास की प्रभावी कार्यवाही है। इससे पुलिस टीम में अच्छे परिणाम आने से मनोबल भी बढ़ता है और जो आरोपी दिन में पुलिस से बचते फिरते है वो रात के तलाशी अभियान में पकड़ में आ जाते हैं। साथ ही शनिवार के दिन जो लोग पार्टी मानाने के नाम पर दारूखोरी कर घूमते हैं उन पर भी अंकुश लगाने की कार्यवाही की जाती है। पुलिस के टीम वर्क से अपराधियों में भय उत्पन्न होता है।