रक्षा कंपनी म्युनिशंस इंडिया लिमिटेड के सीएमडी देवाशीष बैनर्जी पहुँचे
जबलपुर (जयलोक)। ऑर्डिनेंस फैक्ट्री खमरिया में आज दूसरे दिन भी कल हुए हादसे की चर्चाएं गर्म रहीं। आज सुबह फैक्ट्री के कर्मचारियों में इस हादसे को लेकर नाराजगी के साथ खौफ भी बना रहा। फैक्ट्री कर्मचारी अब बड़े आंदोलन की तैयारी में है। अगर ऐसा होता है कि फैक्ट्री का कार्य इससे प्रभावित होगा। वहीं आज सुबह रक्षा कंपनी म्युनिशंस इंडिया लिमिटेड के सीएमडी देवाशीष बैनर्जी भी खमरिया फैक्ट्री पहुँचे। जिन्होंने हादसे के संबंध में जानकारियाँ एकत्रित करनी शुरू कर दीं हैं। दूसरी ओर हादसे में मृत कर्मचारी रणधीर और अलेकजेंड को अंतिम विदाई दी गई है।
दोनों कर्मचारियों को दी गई अंतिम विदाई
हादसे में शहीद हुए दोनों कर्मचारी रणधीर और अलेंकजेडंर टोप्पो को अंतिम विदाई दी। दोनों के शव को आज सुबह पीएम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। जहां से अलेकजेंडर के शव को लेकर अंतिम संस्कार के लिए बिलहरी स्थित क्रबिस्तान पहुंचे यहां परिवार, फैक्ट्री कर्मचारियों की मौजूदगी में दोनों का अंतिम संस्कार किया गया। वहीं रणधीर कुमार का शव लेने बलिया से परिवार जबलपुर आया हुआ था। यहां शहीद रणधीर का शव को पहले ओएफके गेट नंबर 1 पर लाया गया। यहां पर कर्मचारियों ने अपने साथी को अंतिम विदाई दी। जिसके बाद शहीद रणधीर की पार्थिक देह को लेकर परिजन बलिया के लिए रवाना हो गए।
आर्मी मुख्यालय से आई टीम
हादसे की जानकारी आर्मी मुख्यालय मध्य भारत एरिया तक पहुँची हैं जिसको लेकर आर्मी मुख्यालय भी अलर्ट है। जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल पीएस शेखावत के निर्देश पर एक टीम को घटना स्थल भेजा गया था। जहाँ ने सबूत एकत्रित किए और जाँच शुरू कर दी।
एक कर्मचारी की हालत सुधरी आज होगा डिस्चार्ज
हादसे में कुल 13 कर्मचारी घायल हुए थे। घायलों में चंदन भी शामिल हैं जिसको कम चोटें पहुँची थी जिसे आज डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। वहीं एक अन्य घायल श्याम लाल को दो दिनों तक निगरानी में रखा गया है कहा जा रहा है कि श्यामलाल 25 प्रतिशत तक झुलस गया था। जिसे डॉक्टरों ने एयर लिफ्ट करने की सलाह दी है जिस पर विचार किया जा रहा है। संभवत: आज शाम तक इसमें निर्णय ले लिया जाएगा।
मृतक कर्मचारियों के परिवार को मिलेगी अनुकंपा नियुक्ति
इस संबंध में यह कहा जा रहा है कि मृतक कर्मचारियों के परिवार वालों को अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी। कर्मचारी नेताओं से बातचीत के दौरान सीएमडी से इस मामले में चर्चा हुई। जिसमें कहा गया कि निर्माणी का निगमीकरण अभी नहीं हुआ है इसलिए अलेक्जेंडर टोप्पो एवं रणधीर कुमार जो शहीद हुए हैं उनके परिवार को अनुकम्पा नियुक्ति सरकारी कर्मचारी की हैसियत से दी जाए।
और मिसाइलें दबे होने की आशंका
हादसे की जांच शुरू कर दी गई है। आशंका जाहिर की जा रही है कि घटना स्थल पर और भी रशियन मिशाइलें दबी हो सकती हैं। जिसको लेकर घटना स्थल पर किसी भी कर्मचारी को जाने नहीं दिया जा रहा है। हादसे की जांच के लिए हॉई लेबल जाँच कमेटी का गठन महाप्रबंधक आरके गुप्ता की अध्यक्षता में वरिष्ठ अधिकारी सीपी फुलकर, उप महाप्रबंधक पंकज शर्मा कार्य प्रबंधक और कैलाश चंद सेफ्टी अधिकारी के साथ गठित कर दी गई है।