देश के 185 लोगों की संपत्ति जीडीपी की एक तिहा
नई दिल्ली (एजेंसी/जयलोक)। भारत के सबसे धनी व्यक्तियों की कुल संपत्ति 1 लाख करोड़ डॉलर से ज्यादा 1.19 लाख करोड़ डॉलर (करीब 99.86 लाख करोड़ रुपये) हो चुकी है। फॉर्च्यून इंडिया की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। सूची में 185 लोगों डॉलर अरबपति का दर्जा दिया गया है यानी उनके पास कम से कम 1 अरब डॉलर की संपत्ति है। फॉर्च्यून इंडिया वाटरफील्ड एडवाइजर्स 2024 रैंकिंग के मुताबिक भारत के अरबपतियों की कुल संपत्ति साल 2022 के 832 अरब डॉलर से 50 फीसदी अधिक हो चुकी है। उस समय भारत में डॉलर अरबपतियों की संख्या 142 थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह वैश्विक आर्थिक चुनौतियों और डॉलर के मुकाबले रुपये में 5 फीसदी तक की गिरावट के बावजूद संपत्ति में उल्लेखनीय इजाफे को दर्शाता है। भारत के डॉलर अरबपतियों की कुल संपत्ति अब भारत के नॉमिनल सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 33.81 फीसदी के बराबर हो चुकी है। इस साल डॉलर अरबपतियों की सूची में रोजमर्रा के उपभोग वाली वस्तुएं (एफएमसीजी), फार्मास्युटिकल्स और प्रौद्योगिकी सहित विभिन्न क्षेत्रों से 29 नए अरबपति शामिल हुए जिन्होंने सामूहिक रूप से 4.09 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की है। फॉर्च्यून इंडिया ने कहा है कि रिलायंस समूह के चेयरमैन मुकेश अंबानी 10.5 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ इस सूची में शीर्ष पायदान पर मौजूद हैं। उनके बाद दूसरे पायदान पर अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी हैं। पिछले सप्ताह हुरुन इंडिया की 2024 की सूची में अदाणी को 11.6 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ एशिया का सबसे अमीर व्यक्ति बताया गया था। इन डॉलर अरबपतियों की संपत्ति बढ़ाने में शेयर बाजार ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
अरबपतियों की औसत संपत्ति साल 2022 में 46,729 करोड़ रुपये थी जो बढक़र साल 2024 में 53,978 करोड़ रुपये हो गई। शीर्ष 10 डॉलर अरबपतियों की सूची में अदाणी और अंबानी के अलावा मिस्त्री परिवार, शिव नादर, राधाकिशन दमानी, सुनील मित्तल और अजीम प्रेमजी मौजूद हैं। जिंदल परिवार की मुखिया एवं जिंदल समूह की चेयरपर्सन सावित्री देवी जिंदल 33.06 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ शीर्ष 10 की सूची में इकलौती महिला हैं और वह चौथे पायदान पर हैं।