जबलपुर (जयलोक)। रांझी थाने में आज उस समय हंगामे की स्थिति निर्मित हो गई जब विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने मंडला से आए ग्रामीणों का धर्म परिवर्तन का आरोप लगाया। विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता ग्रामीणों को लेकर रांझी थाने पहुँचे और बताया कि भोले भाले ग्रामीणों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। जिसके लिए उन्हें मंडला से जबलपुर लाया गया है। शिकायत के बाद पुलिस ने मामले की जाँच शुरू कर दी है। रांझी थाने पहुँचे विश्व हिंदू परिषद के संयज तिवारी और नवीन सिंह राजपूत ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि आज मंडला के महाराजपुर से 40 से 50 ग्रामीणों को जबलपुर लाया जा रहा है। सभी को भंवरताल गार्डन के समीप स्थित चर्च में धर्म परिवर्तन कराया जाएगा। सूचना मिलते ही विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता एक्टिव हुए और जिस बस में भरकर ग्रामीणों को शहर लाया जा रहा था उस बस को रोकने के लिए कार्यकर्ता भंवरताल गार्डन के पास स्थित चर्च में पहुँचे। यहां विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं को देखकर ग्रामीणों को वापस बस में बैठाकर मंडला के लिए रवान कर दिया। जिसका विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने पीछा किया, पीछा करते हुए बस को रांझी बड़ा पत्थर के पास रूकवाया और उसमें बैठे लोगों से पूछताछ की, धर्मातरण का संदेह होने पर उन्हें लेकर रांझी थाने लेकर पहुंचे। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि बस में आदिवासियों के साथ कुछ और लोग भी शामिल थे जो भाग निकले। रांझी पुलिस ने इस मामले की जाँच शुरू कर दी है। जूस की दुकान लगाने वाले पर लगा आरोप- इस मामले में कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि बरगी में जूस की दुकान लगाने वाला लकी नामक युवक दुकान में लगे क्यूआर कोड में श्री गणेश लिखा हुआ है। लेकिन वह वास्तव में उसका नाम सफीकुल इस्लाम है।
कार्यकर्ताओं ने कहा कि सफीकुल अपनी पहचान छुपाकर लोगों को गुमराह कर रहा है और लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए बहला फुसला रहा है। कार्यकर्ताओं ने उसकी दुकान बंद कराने की माँग की है।
