जबलपुर (जयलोक)। कलेक्टर दीपक सक्सेना की अध्यक्षता में राजस्व अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। जिसमें राजस्व महाअभियान की समीक्षा करते हुए उन्होंने नक्शा बटांकन, आधार से आरओआर लिंकिंग, फार्मर रजिस्ट्री, बंटवारा, नामांतरण, सीमांकन, धारणाधिकार तथा आरसीएमएस में दर्ज प्रकरणों की तहसीलवार समीक्षा की।
उन्होंने सभी एसडीएम व तहसीलदारों को निर्देशति किया कि राजस्व महाअभियान अंतर्गत सभी कार्यों में प्रगति लायें, इसमें लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जायेगी। इसके साथ ही कहा कि सीएम हेल्पलाईन के प्रकरणों को गंभीरता से लें और उनका निराकरण करें। प्रकरणों के निराकरण से जिले की रैंकिंग में सुधार होगी। इस दौरान कलेक्टर सक्सेना ने एक-एक प्रकरणों की समीक्षा कर उनके निराकरण के निर्देश दिये। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सभी एसडीएम और तहसीलदार फील्ड विजिट करें और अपने-अपने कार्य को देखें। उन्होंने कहा कि पटवारी अपने मुख्यालय में रहे और सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक कार्य करें और जो पटवारी कार्य नहीं करते हैं उनका नो वर्क नो पे के आधार पर वेतन कटेगा। कलेक्टर सक्सेना ने कहा कि प्राथमिकता के विषयों में तत्परता से कार्य करें। सीएम हेल्पलाईन, आधार से आरओआर लिंकिंग, आरसीएमएस में दर्ज प्रकरण व राजस्व महाअभियान के घटकों पर सभी राजस्व अधिकारी ध्यान केन्द्रित कर प्रकरणों का निराकरण करें। फरवरी में एक भी सीएम हेल्पलाईन के शिकायत नॉट अटेंडेंट न रहें। पटवारी यदि फील्ड को छोडक़र बिना कारण के तहसील आफिस में दिखें तो उनका उस दिन का वेतन काट दिया जाये। शहरी क्षेत्र में पटवारी कहां बैठकर अपना काम करेंगे, इसे तहसीलदार नियत करें। बैठक में राजस्व प्रकरणों के साथ अन्य विषयों पर विस्तार पूर्वक चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिये। इस अवसर पर अपर कलेक्टर सुमिशा सिंह, नाथूराम गौड़ सहित सभी राजस्व अधिकारी मौजूद थे।
