जबलपुर (जयलोक)। नर्मदा जयंती के उपलक्ष में प्रतिबंध के बावजूद भी नर्मदा घाट पर बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति के बीच में आतिशबाजी करने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ और जबरदस्ती प्रतिबंध के बावजूद भी नावघाट के पास भंडारा करने वाले व्यक्ति के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। उक्त व्यक्ति ने भंडारा आयोजित करने के समय मना करने पर पुलिस कर्मियों से अभद्रता भी की थी।
नर्मदा जयंती के पर्व पर नर्मदा के घाटों पर लाखों श्रद्धालुओं का जमावड़ा होता है। हर साल विभिन्न प्रकार की परेशानियां से लोगों को रूबरू होना पड़ता है। इसलिए इस वर्ष प्रशासन ने नर्मदा जयंती के पूर्व ही क्षेत्रीय विधायक एवं कैबिनेट मंत्री राकेश सिंह की अध्यक्षता में नर्मदा घाट पर ही आम जनता को शामिल कर सामूहिक रूप से बैठक कर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए थे। इनमें से कुछ निर्णय सख्ती के साथ लिए गए थे। जिसका उद्देश्य साफ था कि कुछ दुकानदारों और व्यापारियों की मंशा को पूरी न करते हुए यहां आने वाले लाखों लोगों की सुविधा को प्राथमिकता से ध्यान दिया जाए।
इसी बैठक के आधार पर यह तय किया गया था कि नर्मदा के घाटों पर या पहुंच मार्ग पर किसी भी प्रकार के भंडारों का आयोजन नहीं किया जाएगा इसके लिए पुराने रेलवे स्टेशन ग्वारीघाट के समीप शासन ने जगह आवंटित करने के साथ ही व्यवस्थाएं की थी। इस बात पर भी पूर्णत प्रतिबंध था की भीड़ भाड़ के बीच कोई भी व्यक्ति नर्मदा घाटों पर आतिशबाजी नहीं करेगा इससे भगदड़ और लोगों को नुकसान पहुंचने की आशंका थी।
लेकिन इसके बावजूद भी कुछ लोगों ने नर्मदा जयंती के दिन ग्वारीघाट पर आतिशबाजी की। तहसीलदार गोरखपुर कार्यालय के पत्र पर ग्वारीघाट थाना पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। अज्ञात आरोपियों की तलाश प्रारंभ कर दी गई है। प्रशासन ने 3 फरवरी से 5 फरवरी तक ग्वारीघाट व नर्मदा के अन्य घाटों पर आतिशबाजी और पटाखों के उपयोग पर पूर्णत: रोक लगाई थी। लेकिन आदेश का उल्लंघन करते हुए 4 फरवरी की रात 8 बजे से 12 तक कुछ लोगों द्वारा जबरदस्ती आतिशबाजी की गई।
इसी प्रकार नावघाट पर प्रतिबंध के बावजूद भी कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत रहने वाले चिराग जैन ने जबरदस्ती भंडारे का आयोजन किया था। प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने जब भंडारे का आयोजन करने वाले व्यक्ति को प्रतिबंध होने की जानकारी दी और भंडारे को निश्चित स्थान पर ले जाने के लिए कहा तो आरोपी ने पुलिस अधिकारियों के साथ अभद्रता भी की थी और तनाव की स्थिति निर्मित हो गई थी। उस वक्त किसी प्रकार मामला शांत हो गया था। लेकिन प्रशासनिक आदेश की अवहेलना करने पर आयोजन समाप्ति के बाद पुलिस ने जिला दंडाधिकारी के आदेश का हवाला दिया और आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
इनका कहना है
नर्मदा प्रकटोत्सव पर आतिशबाजी करने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। वहीं घाट में कलेक्टर के आदेश अनुसार भंडारा प्रतिबंध किया गया था। लेकिन चिराग जैन द्वारा रोके जाने के बाद भी भंडारा किया जा रहा था। उसे जब रोका गया तो वह बदसलूकी करने लगा। जिसके बाद चिराग के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।
संगीता सिंह
गौरीघाट थाना प्रभारी
