भोपाल (जयलोक)। पूर्व परिवहन आरक्षक सौरभ शर्मा के मामले में पहले से ही सरकार पर विपक्ष हमलावर बना हुआ है, ऐसे में विधानसभा सत्र के ठीक पहले सरकार के वरिष्ठ मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल के एक बयान ने एक और बड़ा मुद्दा विपक्ष का थमा दिया है। यह मुद्दा मिला है पटेल द्वारा जनता को भीख मांगने की आदत वाला बताने से। उनके इस बयान से कोई भी खुश नहीं है। शायद यही वजह है कि उनके पक्ष में पार्टी नेता वैसे सक्रिय नहीं हुए है, जैसे वे अन्य मामलों में होते हैं। इस मामले में पटेल लगभग अकेले पड़ गए हैं।
इस मामले में अब कांग्रेस पूरी तरह से हमलावर है, जिसकी वजह से भाजपा भी बैकफुट पर आने के लिए मजबूर हो गई है। दरअसल, मंत्री प्रहलाद पटेल ने जनता के मांग पत्रों को भीख बताया था। उन्होंने कहा था कि लोगों को सरकार से भीख मांगने की आदत पड़ गई है। इसी मुद्दे को लेकर अब प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है। पटेल के बयान को लेकर कांग्रेस ने तो पूरे प्रदेश में चरणबद्ध आंदोलन तक शुरु कर दिया है। इसके तहत जिला मुख्यालयों पर कांग्रेस नेताओं ने पत्रकार वार्ता कर मंत्री पटेल का त्यागपत्र मांगा है। 10 मार्च से विधानसभा का बजट सत्र शुरु हो रहा है। जुटी कांग्रेस ने इस मामले में मंत्री का त्यागपत्र लेने की मांग प्रमुख रूप से उठाने की रणनीति तैयार की है। अहम बात यह है कि इस मामले में सरकार से लेकर संगठन तक ने पूरी तरह से खामोशी ओढ़ रखी है। हालांकि बयान के तूल पकडऩे पर प्रहलाद सिंह पटेल ने सफाई देते हुए एक्स पर लिखा है कि मेरे मन में सदैव जनता जनार्दन रही है, चाहे उसने मुझे नकारा या स्वीकारा। शुचिता की राजनीति भ्रष्ट और बेईमानों को रास नहीं आती, इसलिए मेरी बात को तूल दिया जा रहा है। इधर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के निर्देश पर कांग्रेसियों ने बुधवार को सभी जिला मुख्यालयों में पत्रकार वार्ता कर मंत्री के बयान को जनता का अपमान बताते हुए सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के साथ त्यागपत्र की मांग की गई। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक, प्रवक्ता मिथुन अहिरवार सहित अन्य ने आरोप लगाया कि चुनाव के समय जनता को लालच देकर खरीदने की कोशिश करना और बाद में उसी जनता को दुत्कार कर अपमानित करना, भाजपा की पुरानी आदत है। सरकार जनता को कुछ दे नहीं रही है। जो वादे चुनाव के समय किए थे वे पूरे नहीं किए। भ्रष्टाचार, ऐसा कि कोई काम बिना लिए दिए होता ही नहीं है। कार्यालयों के चक्कर काटकर लोगों के जूते घिस जाते हैं। जब जनता वादे याद दिलाने के लिए ज्ञापन देती है तो उसे भिखारी बता दिया जाता है। जरा-जरा सी बात पर सफाई मांगने वाली भाजपा के नेता जनता के इस अपमान पर चुप्पी साधकर बैठे हैं। इसके मायने यह हैं कि मंत्री के बयान को पार्टी का मौन समर्थन है, लेकिन कांग्रेस चुप नहीं रहेगी। सडक़ से सदन तक इस सरकार और भाजपा को जवाब देने पर मजबूर करेगी और त्यागपत्र मांगेगी।
तोमर ने दी सफाई, कहा बोलने का भाव कुछ और था
विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने मीडिया से चर्चा करते हुए मंत्री प्रहलाद पटेल के बयान के संबंध नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि पूरा बयान मैंने पढ़ा है, उसमें उनके बोलने का भाव कुछ और था। मेरी प्रहलाद भाई से बात नहीं हुई है, उनसे चर्चा करने के बाद ही कुछ कह पाएंगे। उन्होंने कहा कि करोड़ों लोगों ने अपने प्रतिनिधियों को चुनकर विधानसभा में भेजा है। हम सबकी जिम्मेदारी है कि सकारात्मक चर्चा करके उनकी उम्मीदों को सिरे तक पहुंचाएं।
ब्लाक स्तर पर पुतला दहन
कांग्रेस पार्टी ने तय किया है कि गुरुवार को ब्लाक स्तर पर मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल का पुतला दहन कर विरोध जताया तो वहीं आठ मार्च को जिला प्रभारी, सहप्रभारी, विधायक, विधानसभा प्रत्याशियों एवं कांग्रेसजनों की मौजूदगी में जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन करेंगे ।
जनता अपना हक मांगती है, भीख नहीं: लक्ष्मण
कैबिनेट मंत्री प्रहलाद पटेल के भीख वाले बयान पर कांग्रेस के पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह ने कहा है कि जनता अपना हक मांगती है, भीख नहीं। भीख तो वोट की जनता से नेता मांगते हैं। जनता तो राजा है।
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