12 सालों से था मरीज परेशान
जबलपुर (जयलोक)। कभी यह विचार मन में नहीं आते थे कि जबलपुर की चिकित्सा व्यवस्था में इतना सुधार होगा की जीवन को बदलाव देने वाले कठिन और जटिल ऑपरेशन भी यहाँ के अस्पतालों में संभव हो पाएंगे। किडनी ट्रांसप्लांट जबलपुर में होने लगा है, दिल की बीमारियों के जटिल ऑपरेशन भी जबलपुर में संभव होने लगे हैं। अब एक और प्रत्यक्ष उदाहरण सामने आया है जिसमें एक व्यक्ति का जीवन ही बदल गया।
आप सिर्फ कल्पना कीजिये की यदि किसी के चेहरे पर तीन किलो का ट्यूमर हो तो मरीज की दिनचर्या कितनी मुसीबत भरी होगी। उसका जीवन कितना कष्ठप्रद होगा। उसका हर एक पल कितना मुश्किलों भरा होगा।जिंदगी कितनी संघर्ष भरी होगी।पिछले दिनों बड़ेरिया मेट्रोप्राइम अस्पताल में 72 वर्षीय अयोध्या बारी नामक वृद्ध मरीज ट्यूमर के उपचार हेतु आया था जो कि सन 2012 से इस बीमारी से पीडि़त था ,कई अस्पतालों में इलाज की प्रक्रिया चली लेकिन मर्ज बढ़ता ही जा रहा था । 2022 आते आते मरीज का पूरा चेहरा ही लगभग तीन किलो के ट्यूमर से ढक चुका था। उसे भोजन,पानी,सोने, उठने और अन्य दैनिक क्रियाओं में भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा था। मरीज के साथ उनके परिजन भी बेहद परेशान हो चुके थे। ट्यूमर का साइज देखकर वे किसी बड़े शहर के हॉस्पिटल में ऑपरेशन करवाने का सोचने लगे थे।
क्योंकि ट्यूमर का साइज देखते हुए मरीज की जान को बड़ा जोखिम भी था जिसके कारण ये लोग निर्णय नहीं ले पा रहे थे। इसही बीच मरीज बड़ेरिया मेट्रोप्राइम हॉस्पिटल मैं इलाज करवाने आया । यह ऑपरेशन, अस्पताल के कैंसर सर्जन डॉक्टर जितेंद्र परियानी और डॉक्टर प्रशांत यादव द्वारा सफलता पूर्वक किया गया और लगभग 12 वर्षों की दिन रात की घोर पीड़ा से मरीज को मुक्ति मिली।यह एक तरह का बेहद जटिल ऑपरेशन था जिसे सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया।