जबलपुर (जय लोक)। भारतीय जनता पार्टी वर्तमान में आकस्मिक और चौंकाने वाले निर्णय ले रही है। कल ग्रामीण अध्यक्ष पद पर राजकुमार पटेल का नाम घोषित हो चुका है। कल सुबह से ही शहर में लगातार इस बात की चर्चा चल रही है कि नगर अध्यक्ष पद पर पार्टी अनुसूचित जाति से आने वाले भाजपा के किसी नेता को नगर अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंप सकती है। आज सुबह से ही शहर में इस बात को लेकर चर्चा सरगर्म है कि पूर्व क्षेत्र से आने वाले भाजपा के नेता पूर्व एमआईसी सदस्य रत्नेश सोनकर को पार्टी ये जवाबदारी सौंप सकती है। रत्नेश सोनकर कैबिनेट मंत्री राकेश सिंह के भी करीबियों में गिने जाते हैं।
इसके पीछे पार्टी की यह अवधारणा बताई जा रही है कि पूर्व क्षेत्र लगातार बीजेपी हारती आ रही है। ऐसी स्थिति में पूर्व विधानसभा से भाजपा का नया नगर अध्यक्ष भविष्य में पार्टी को उस पूरे क्षेत्र में और मजबूती प्रदान कर सकता है। वहीं इस बात से यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि भविष्य में रत्नेश सोनकर पूर्व क्षेत्र से भाजपा का विधानसभा में भी चुनाव लड़ सकेंगे। हालांकि इस बीच में परिसीमन का बड़ा खेल होने से कई समीकरण बनेंगे भी और बिगड़ेंगे भी।
दूसरी ओर पार्टी सूत्रों का कहना है कि रत्नेश सोनकर के नाम पर तीन विधायकों की ओर से सहमति प्राप्त हुई है। हालांकि इसकी अधिकृत पुष्टि नहीं हुई है लेकिन इसका आधार यह बताया जा रहा है कि कोई भी विधायक अपनी विधानसभा क्षेत्र से नगर अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं चाह रहा था। क्योंकि ऐसी स्थिति निर्मित होने पर एक विधानसभा में राजनीतिक शक्ति के दो केंद्र स्थापित हो जाते हैं और भविष्य में तालमेल बिगड़ने के अंदेशे बने रहते हैं।
भोपाल से प्राप्त हो रही जानकारी के अनुसार आज शाम तक जबलपुर के नगर अध्यक्ष पद का अंतिम फैसला होकर घोषणा भी हो जाएगी।
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