जबलपुर (जय लोक)
यह दृश्य कहीं दूर का नहीं बल्कि शहर के सबसे व्यस्ततम क्षेत्र कमानिया बड़ा फवारा से लेकर सुपरमार्केट के बीच की सडक़ का है। वैसे ही यह व्यस्ततम व्यापारिक क्षेत्र में यातायात बहुत अधिक दबाव में रहता है और हर कुछ देर में यहां जाम की स्थिति बनती है।
दीपावली नजदीक आ चुकी है लेकिन उसके पहले ही यहां की सडक़ों पर कब्जा कर व्यापार करने का क्रम फिर से शुरू हो गया है। नगर निगम, पुलिस प्रशासन, जिला प्रशासन सब इन कब्जेधारी के सामने बौने नजर आ रहे हैं। बड़ी बड़ी बातें करने वाले जनप्रतिनिधियों की चुप्पी आश्चर्यजनक हैं। जबलपुर को महानगर बनाने का सपना देखने और दिखाने वाले भी खामोशी पाल के बैठे हैं। संदेश साफ है कि यातायात जाये भाड़ में हम बीच सडक़ पर ही व्यापार करेंगे।
दशहरे से लेकर दीपावली तक जबलपुर में बाजार मैं काफी तेजी आ जाती है फुटकर व्यापारी से लेकर फुटपाथ व्यापारी तक इसी क्षेत्र में आकर अपना व्यापार करना चाहते हैं। आज से 20-25 साल पहले जब यह व्यवस्था चल पड़ी थी उस वक्त ना तो सडक़ों पर इतना ट्रॉफिक होता था और ना ही वाहनों का इतना दबाव था। वर्तमान स्थिति को देखते हुए फुटपाथ पर व्यापार करने वाले लोगों को भी सुविधा देते हुए प्रशासन चाहे तो श्रीनाथ की तलैया के मैदान में अस्थाई रूप से दिवाली तक उनकी व्यापार की व्यवस्था कर सकता है। इससे यातायात समस्या का दबाव भी काम होगा और छोटे फुटकर व्यापारियों को भी राहत मिल सकेगी।