जबलपुर (जयलोक)। महाशिवरात्रि का महापर्व श्रद्धालुओं के लिए विशेष महत्व रखता है, और इस अवसर पर शिव भक्तों तथा कांवाडिय़ों की सुरक्षा और यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए पुलिस प्रशासन ने अपनी पूरी तैयारी कर ली है। इस साल 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के मौके पर शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक प्रमुख मंदिरों में पुलिस बल तैनात किया जाएगा।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, सुरक्षा व्यवस्था के तहत सभी एएसपी और सीएसपी अपने-अपने क्षेत्रों में व्यवस्था की निगरानी करेंगे, ताकि किसी भी प्रकार की कोई समस्या न उत्पन्न हो।
शहर के विभिन्न हिस्सों में भक्तों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सादी वर्दी में पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी, जो भक्तों के बीच अपनी उपस्थिति बनाए रखेंगे।
महाशिवरात्रि के अवसर पर कांवाडिय़ों द्वारा जल चढ़ाने के लिए विभिन्न मंदिरों पर जाने का सिलसिला रहता है। इन मंदिरों में जल चढ़ाने के लिए विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है, खासकर उन प्रमुख मंदिरों में जहां हर साल भारी भीड़ जमा होती है। इनमें गुप्तेश्वर महादेव मंदिर, कचनार सिटी महादेव मंदिर, पाटबाबा, साकेत धाम महादेव मंदिर, गंजीपुरा मंदिर, पिसनहारी की मढिय़ा, सर्वमंगला गौरी शंकर मंदिर, मिल्क स्कीम, भूतनाथ की टेकरी जैसे प्रमुख स्थान शामिल हैं। शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में निकाली जाने वाली शोभायात्रा-झंडा यात्रा और अन्य धार्मिक आयोजन के लिए भी सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं।
बैठकों का दौर जारी
एसपी सम्पत उपाध्याय के निर्देशन में शहर एवं देहात थानों के थाना प्रभारी आयोजकों के साथ बैठकें कर रहे हैं और आवश्यक दिशा-निर्देश साझा कर रहे हैं, ताकि हर आयोजन शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तरीके से संपन्न हो सके।
4 जोनों में बांटा गया शहर
पुलिस प्रशासन ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए ड्रोन कैमरों का भी सहारा लिया है। इसके अलावा, शहर को 4 प्रमुख जोन में बांटने की योजना बनाई जा रही है, साथ ही 5-6 सेक्टर बनाए जाएंगे। विशेष रूप से पांच बड़े मंदिरों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुरक्षा का सामना न करना पड़े।
यातायात का अलग प्लान
यातायात की दृष्टि से भी पुलिस ने अपने इंतजाम पुख्ता किए हैं। शोभायात्रा के दौरान मार्गों की विशेष निगरानी रखी जाएगी, ताकि ट्रैफिक अवरुद्ध न हो और श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो। कई स्थानों पर रूट डायवर्ट करने पर भी विचार किया जा रहा है, ताकि यातायात का प्रवाह सुचारू रूप से चलता रहे।
क्या बजेगा उसपर भी नजर
इसके अलावा, शोभायात्रा के दौरान धार्मिक गीतों का प्रसारण केवल उन गीतों का किया जाएगा जो सभी की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हों। किसी भी ऐसे गीत को बजाने से बचने की सलाह दी गई है, जो किसी की भावना को आहत कर सकते हैं।
प्रसाद वितरण के लिये भी दिशा निर्देश
प्रसाद वितरण के दौरान यह सुनिश्चित किया जाएगा कि वितरण स्थल पर किसी प्रकार की भीड़ न हो और आवागमन में कोई बाधा उत्पन्न न हो। इस प्रकार, महाशिवरात्रि के अवसर पर शिव भक्तों की सुरक्षा और व्यवस्था के लिए पुलिस प्रशासन की कड़ी तैयारी से यह पर्व शांति और उल्लास के साथ मनाया जाएगा।
