जबलपुर (जय लोक)। सहारा इंडिया द्वारा जबलपुर और समीपी जिले कटनी के साथ ही भोपाल में बेची गई जमीनों का को लेकर ईओडब्ल्यू में जो शिकायत दायर हुई है उन शिकायतों का एक बार फिर दायरा बढ़ गया है। मुख्य शिकायतकर्ता मनु दीक्षित ने कल ईओडब्ल्यू कार्यालय में जहां अपने बयान दर्ज कराए वहीं एक और पूरक शिकायत भी दर्ज कराई गई है। शिकायतकर्ता ने अपनी पूरक शिकायत में तथ्यों के साथ सहारा इंडिया के तत्कालीन अधिकारियों की भूमिका और जमीनों की बिक्री से संबंधित अधिकारियों तथा जमीनों की खरीदी करने वाले विधायक संजय पाठक की भूमिका की विस्तृत जांच कराकर कार्यवाही की मांग भी की गई है।
शिकायतकर्ता का कहना है कि जबलपुर में सहारा इंडिया की 100 एकड़ भूमि और कटनी में 110 एकड़ भूमि और भोपाल में भी इतनी ही भूमि की खरीदी विधायक संजय पाठक द्वारा की गई है इस सौदे में 90 करोड रुपए का भुगतान किया गया है जबकि इस जमीन की कीमत बाजार मूल्य के हिसाब से 1000 करोड़ से भी अधिक थी। शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया है कि सहारा इंडिया की जो जमीन विधायक संजय पाठक ने खरीदी थी तब उस समय के अधिकारियों ने जमीनों के सरकारी दाम 8 से 10 साल तक नहीं बढऩे दिए जबकि सटी हुई जमीनों के दाम 10 गुना तक बढ़ाए गए। इसे जमीन खरीदने वाले विधायक को सोची समझी रणनीति के तहत फायदा पहुंचाने का काम किया गया। शिकायतकर्ता को ईओडब्ल्यू ने अपने बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया था और बयान दर्ज कराते समय ही शिकायतकर्ता ने एक और पूरक शिकायत दायर कर दी। शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया है कि 90 करोड रुपए जिन भूमि की खरीदी के लिए दिए गए उसमें से सहारा इंडिया को मात्र 30 करोड रुपए ही मिले हैं। शिकायतकर्ता का कहना है कि 60 करोड रुपए की राशि किसने हड़प्पी है इसकी भी जांच होना चाहिए। शिकायतकर्ता का कहना है कि सहारा इंडिया की जमीन बेचने के लिए किसी तरह की सार्वजनिक सूचनाएं जारी नहीं की गईं। यदि सार्वजनिक सूचनाओं के द्वारा यह जमीन बेची जाती तो जमीन को और भी खरीददार लेने आगे आते और सहारा इंडिया को देनदारी चुकाने में अधिक राशि भी मिल सकती थी।
