नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए श्री स्वामीनारायण मंदिर की 200वीं वर्षगांठ समारोह में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भगवान स्वामी नारायण की कृपा से वडताल धाम में भव्य द्विशताब्दी समारोह का आयोजन हो रहा है, देश-विदेश से तमाम हरि भक्त वहां आए हैं। आज लोग भी सेवा कार्य में बढ़-चढक़र योगदान दे रहे हैं। द्विशताब्दी समारोह केवल एक आयोजन या इतिहास की तारीख नहीं है। ये मेरे जैसे हर व्यक्ति के लिए, जो वड़ताल धाम में अनन्य आस्था के साथ बड़ा हुआ है, उसके लिए बहुत बड़ा अवसर है। पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं मानता हूं कि हमारे लिए ये अवसर भारतीय संस्कृति के शाश्वत प्रवाह का प्रमाण है। 200 साल पहले जिस वडताल धाम की स्थापना भगवान भगवान श्री स्वामीनारायण ने की थी, हमने आज भी उसकी अध्यात्मिक चेतना को जागृत रखा है। हम आज भी यहां भगवान श्री स्वामीनारायण की शिक्षाओं को, उनकी ऊर्जा को अनुभव कर सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जाति, धर्म, भाषा, ऊंच-नीच, पुरुष-महिला, गांव-शहर के आधार पर समाज को बांटने की साजिश चल रही है। यह जरूरी है कि हम राष्ट्रीय दुश्मनों की इस कोशिश की गंभीरता को समझें, इस संकट को पहचाने और मिलकर ऐसी हरकत को परास्त करें। हमें मिलकर काम करना है। हमें मजबूत, सक्षम और शिक्षित युवा तैयार करने हैं। विकसित भारत के लिए युवाओं को सशक्त बनाना होगा। कुशल युवा हमारी सबसे बड़ी ताकत बनेंगे। हमारे युवाओं की वैश्विक मांग और बढऩे वाली है। आज मैं दुनिया के जितने भी नेताओं से मिलता हूं, उनमें से ज्यादातर नेताओं की यही अपेक्षा होती है कि भारत के युवा, भारत की कुशल जनशक्ति, भारत के आईटी सेक्टर के युवा उनके देश जाएं और उनके देश में काम करें। भारत के युवाओं की क्षमता से पूरी दुनिया आकर्षित होती है।