सुबह की जाँच में भी मिले मानव शरीर के चिथड़े, डीएनए जाँच से होगी पहचान
जबलपुर (जय लोक)। जबलपुर ही नहीं बल्कि पूरे महाकौशल क्षेत्र में कबाड़ के एक बड़े कारोबारी शमीम कबाड़ी के रज़ा मेटल में कल हुए बम विस्फोट के बाद इसकी धमक पूरे देश भर में गूंजी, आज सुबह एनआईए और एनडीआरएफ की टीम भी जबलपुर पहुँची और ये टीमें घटनास्थल की जाँच करने मौके पर पहुंच चुकी हैं। नेशनल इंटेलिजेंस एजेंसी और नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स के मामले में शामिल हो जाने से यह मामला राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित हो गया है। दूसरी ओर प्रभारी पुलिस अधीक्षक समर वर्मा ने बताया कि आज सुबह से घटनास्थल पर जारी जाँच के दौरान कुछ और मानव शरीर के अंग मिले हैं। यह इतनी बुरी स्थिति में है कि किसी की भी पहचान हो पाना मुमकिन नहीं है। इन दर्जन भर मानव शरीर के अंगों को एकत्रित कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। डीएनए जाँच के माध्यम से इनके बारे में जाँच कर यह पता लगाने का प्रयास किया जाएगा कि यह किसके शव हैं। दूसरी और मृतकों की संख्या के बारे में विरोधाभासी स्थिति बनी हुई है। पुलिस का मानना है कि दो लोगों की मौत हुई है। बरामद हुए मानव अंग आपस में भी मिलने की स्थिति में नहीं है। अन्य किसी लापता के बारे में भी नई जानकारी सामने नहीं आई है।
नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी का इस मामले में जांच करने आना बड़ी बात है। ऑर्डनेंस फैक्ट्री के स्कै्रप में कोई भी विस्फोटक पदार्थ कैसे बाहर आ पाया यह बड़ी जाँच का विषय है। बम का धमाका इतना अधिक तेज था कि 5 किलोमीटर का इलाका थर्रा गया था। 1 किलोमीटर के दायरे में कई मकानों के खिडक़ी दरवाजे के कांच टूट गए बहुत से मकानों में दरारें आ गई। विस्फोट की तीव्रता से यह स्पष्ट है कि यह सिलेंडर फटने का धमाका नहीं हो सकता है बल्कि सेना के उपयोग के लिए बनाए गए किसी बम का धमाका ही माना जा रहा है। जहां बम फटा है वहां गहरा गड्ढा हो गया है और उस गोदाम की छत पूरी तरीके से उड़ गई और दीवालें भी ढह गई। इतना भीषण मारक क्षमता वाला बम यहां कैसे पहुँचा इस बात की जांच राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी द्वारा की जाएगी।
ट्रक में भरकर ले जाया गया सुरक्षा संस्थानों का कबाड़
विस्फोट की जाँच के लिए एक बस में एनडीआरएफ की टीम पहुँची और करीब 25 हजार वर्गफीट के विस्फोट के क्षेत्र को सील भी कर दिया गया है। सुरक्षा संस्थान के अफसर कबाडख़ाना से सुरक्षा संस्थान से संबंधित कबाड़ ट्रक में भरकर ले भी गए हैं।
दो मजदूरों के परिजन
मौके पर पहुँचे
कबाडख़ाने के विस्फोट में लापता दो मजदूरों के परिजन आज मौके पर पहुँचे। गौर सिमरिया निवासी राजा भूमिया ने बताया कि उसके पिता 48 वर्षीय भोला राम भूमिया कल सुबह 8.30 बजे घर से काम करने के लिए अपनी बाईक से निकले थे। हादसे की जानकारी मिलने के बाद बेटा जब मौके पर पहुँचा तो उसके पिता उसे नहीं मिले। इसी तरह 16 क्वार्टर में रहने वाले खलील नाम के एक युवक का भी धमाके के बाद से पता नहीं चल रहा है।
दस हजार का ईनामी कबाड़ी शमीम 30 माह से पुलिस रिकार्ड में फरार
शमीम कबाड़ी एक कुख्यात हिस्ट्री शीटर अपराधी भी है। पुलिस के रिकार्ड में यह अपराधी 30 माह से ज्यादा समय से फरार बताया जा रहा है। पूर्व में एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने शमीम कबाड़ी पर दस हजार रूपये का ईनाम भी घोषित किया था। शमीम कबाड़ी पर गोहलपुर, सिविल लाइन, अधारताल, आरपीएफ थाना आदि में दस से अधिक अपराध दर्ज हैं। वहीं कटनी में रेल संपत्ति और उमरिया, सागर, नरसिंहपुर चोरी के अपराध दर्ज हैं। इस कबाड़ी के कबाडख़ाने में पुलिस द्वारा 26 जुलाई और एक अक्टूबर 2021 को पुलिस ने दबिश देते हुए 25 लाख से ज्यादा का कबाड़ जप्त किया था। यह कबाड़ी चोरी के वाहनों को काटने के लिए भी बदनाम है।
सभी कबाडख़ानों की होगी जाँच-कलेक्टर
कल घटित हुई गंभीर घटना के बाद जिला कलेक्टर दीपक सक्सेना ने जयलोक से चर्चा करते हुए बताया कि कल घटित हुई गंभीर घटना के बाद शहर में स्थित सभी कबाडख़ानों में जाँच करने के निर्देश दिए गए हैं। शहर के अंदर या बायपास पर स्थित सभी बड़े छोटे कबाडख़ानों की जाँच की जाएगी।