98 यूनिट पर स्मार्ट मीटर दिखा रहा 5 सौ यूनिट
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया हंगामा, बिजली अधिकारियों ने स्वीकारी गलती
जबलपुर (जयलोक)। अब तक स्मार्ट मीटर में रीडिंग बढऩे के मामले सामने आते रहे हैं लेकिन हर बार बिजली विभाग के अधिकारी कोई ना कोई बहाना बनाकर स्मार्ट मीटर की गलती मानने से इंकार कर रहे थे। लेकिन आज एक ऐसा मामला सामने आया जिसमें स्मार्ट मीटर की चोरी को चैक मीटर ने पकड़ लिया और फिर बिजली अधिकारियों को भी स्मार्ट मीटर की इस चोरी को स्वीकार करना पड़ा।
नगर कांग्रेस के अध्यक्ष सौरभ शर्मा ने बताया कि मामला अधारताल स्थित सुराही बिल्डिंग के पास रहने वाले श्रीवास परिवार का है। जिनके घर में कुछ दिनों पूर्व स्मार्ट मीटर लगाया गया था। स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिजली का बिल तीन गुना तक बढ़ गया। जब परिवार वालों द्वारा इसकी शिकायत बिजली विभाग से की गई तो बिजली विभाग के कर्मचारियों ने स्मार्ट मीटर की रीडिंग को सही साबित करने के लिए चैक मीटर लगा दिया। लेकिन जो बात बिजली विभाग के अधिकारी स्वीकार करने को तैयार हीं नहीं हो रहे थे उसे स्मार्ट मीटर ने पकड़ लिया। श्रीवास परिवार की 15 दिनों में बिजली की खतप 98 यूनिट रही। लेकिन स्मार्ट मीटर इस खपत को पांच गुना बढ़ाकर 598 यूनिट बता रहा था। श्रीवास परिवार ने चैक और स्मार्ट मीटर में यह फर्क देखा तो इसकी शिकायत कांगे्रस नगर अध्यक्ष सौरभ शर्मा को दी। जिसके बाद कांगे्रस कार्यकर्ताओं ने इस बात को लेकर बिजली विभाग के खिलाफ हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान बिजली विभाग के अधिकारियों को भी बुलाया गया जिन्होंने स्मार्ट मीटर और चैक मीटर में आई रीडिंग में फर्क को स्वीकार किया।
20 दिनों में वास्तविक यूनिट से पाँच गुना अधिक यूनिट
श्री शर्मा ने बताया कि खास बात यह है कि मात्र 20 दिनों में वास्तविक 98 यूनिट रीडिंग को स्मार्ट मीटर 598 यूनिट बढ़ाकर बता रहा है। तो इससे साफ जाहिर होता है कि स्मार्ट मीटर लगाकर उपभोक्ताओं को लूटा जा रहा है। यह हाल तो सिर्फ शहर के एक उपभोक्ता का है जबकि शहर में एक लाख से अधिक स्मार्ट मीटर लगा दिए गए हैं। ऐसे में यह अनुमान लगाया जा सकता है कि यह लूट सिर्फ कुछ हजार तक सीमित नहीं हैं बल्कि करोड़ों रूपयों की उपभोक्ताओं से अतिरिक्त राशि वसूली जा रही है।
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