स्पीकर बोले संसद के द्वार पर विरोध प्रदर्शन स्वीकार नहीं
नई दिल्ली (जय लोक)। संसद के शीतकालीन सत्र का आज अंतिम दिन है। अंतिम दिन की कार्रवाई की शुरूआत से एक दिन पहले ही धक्का-मुक्की के मामले पर सत्ता पक्ष के सदस्यों ने संसद में प्रदर्शन किया। वहीं, बात करें आज की तो, डॉक्टर अंबेडकर को लेकर गतिरोध के बीच में ही लोकसभा की कार्रवाई को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। लोकसभा की कार्रवाई शुरू होते ही हंगामा शुरू हो गया था।
राज्यसभा की कार्रवाई अब शुरू हो गई है। बता दें, राज्यसभा की कार्रवाई भी 12 बजे तक स्थगित कर दी गई थी। राज्यसभा की कार्रवाई शुरू होते ही सभापति ने लोकसभा का मैसेज देने को कहा। सेक्रेट्री जनरल वन नेशन, वन इलेक्शन को लेकर गठित जेपीसी में चर्चा करने के लिए 27 सदस्यों के नाम दिए गए हैं। जिसमें से 12 सदस्य राज्यसभा के भी होंगे। ये ऐलान राज्यसभा के वापस से स्थगित होने से पहले किए गए थे। राज्यसभा की कार्रवाई भी अनिश्चित काल के लिए स्थगित बता दें, राज्यसभा वापस से अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है। उच्च सदन की कार्रवाई के शुरू होने के बाद ही वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर गठित जेपीसी में उच्च सदन से शामिल किए जाने वाले 12 सदस्यों के नाम का नाम का प्रस्ताव रखा था। जिसके बाद ही विपक्षी दल के सदस्यों की तरफ से नियम 267 के तहत दिए गए स्थगन प्रस्ताव के नोटिस का मुद्दा उठाया गया था। जिसके बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने संविधान पर चर्चा के साथ ही सदन में इस सत्र के चलते जो भी कामकाज हुआ। उसका ब्योरा रखा है और कार्रवाई अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी गई है।
मंत्री राकेश सिंह की राहुल गांधी को लेकर दो टूक
देश की संसद में कल हुए घटनाक्रम पर पूर्व सांसद एवं वर्तमान पीडब्ल्यूडी कैबिनेट मंत्री राकेश सिंह ने कांगे्रस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता पाने के मद में चूर राहुल गांधी सदन में भाजपा सांसदों पर जानबूझकर आघात करके पूरी बेशर्मी के साथ उसे सही भी सिद्ध कर रहे हैं। यह देश के लिए अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। हर चुनाव में जनता जनार्दन से नकारे जाने के बाद वे अब लोकतंत्र के पवित्र मंदिर संसद में गुंडागर्दी पर उतारू हो चुके हैं। ‘गांधी’ उपनाम लगाकर नक्सलियों वाले काम कर रहे हैं। राहुल जी, बंदूक की नोक पर कुछ भी प्राप्त करने वाली आपकी विध्वंसक कम्युनिस्ट विचारधारा को देश स्वीकार नहीं करेगा। अपनी अमर्यादित व असंसदीय घृणित कृत्यों के लिए माफी मांगिए।