क्राइम सीरीज और हिंसक गेम्स खेल कर शातिर बना मुकुल
जबलपुर (जय लोक) जबलपुर के रेलवे मिलेनियम कॉलोनी में घटित हुए हत्याकांड के आरोपी प्रेमी जोड़े इन्होंने ही प्रेमिका के पिता और 8 साल के भाई की निर्मम हत्या की थी। पूछताछ के दौरान एक बात और चौंकाने वाली सामने आई है कि इस नाबालिक लडक़ी और उसके प्रेमी मुकुल सिंह के ऊपर हवस का भूत सवार था। हवस इतनी थी कि इन्होंने पिता और 8 साल के बच्चे की हत्या करने के बाद वहीं पर संभोग किया था, सामान्य रूप से चाय बनाई, मैगी बनाई, पिता के मोबाइल से पैसे ट्रांसफर किए और सोच समझ कर पूरी योजना के तहत फरार हुए थे। नाबालिक लडक़ी और उसके प्रेमी मुकुल सिंह से अलग-अलग पूछतांछ के दौरान बहुत सारे चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। हवस की भूख मिटाने के लिए इन्होंने जो बातें पुलिस को बताई हैं वह सब सार्वजनिक तौर पर प्रकाशित नहीं की जा सकती, लेकिन यह बात स्पष्ट रूप से कही जाती है कि इस हत्यारे प्रेमी जोड़े पर हवस बुरी तरह से हावी थी।
यह प्रेमी युगल इतने शातिर थे कि इन्हें जिस ट्रेन से कहीं और सफर करना होता था यह उसके बारे में जानकारी ले लेते थे की ट्रेन स्टेशन पर कब लगेगी। शुरुआती दौर में कुछ समय के लिए ट्रेन की बोगी खाली रहती है और इस बात का फायदा उठाकर यह उसे अपनी ऐशगाह बना लेते थे। इन्होंने अवसर देखकर रेलवे स्टेशन जैसे सार्वजनिक स्थानों पर भी अपनी हवस बुझाई।
भाई पर बहन ने किया था कुल्हाड़ी से वार
जाँच के दौरान यह बात भी सामने आई है की नाबालिक लडक़ी ने पुलिस के समक्ष पूछताछ के दौरान यह बात कबूल की है कि जब सुबह मुकुल सिंह को उसने घर में प्रवेश करवाया और पिता ने विरोध किया तो मुकुल ने सबसे पहले उसके पिता पर कुल्हाड़ी से वार किया। जब उसका 8 साल का भाई तनिष्क जाग गया और चिल्लाने लगा तो मुकुल सिंह ने ही पहला वार भी उस पर किया था। इसके बाद कुल्हाड़ी 8 साल के मासूम तनिष्क के सर में फंसकर रह गई थी। निर्दयी नाबालिग के यह बयान रोंगटे खड़े कर देने वाले थे जिसे सुनकर पुलिस भी चौंक गई। आरोपी नाबालिक लडक़ी ने यह कबूल किया कि उसने अपने 8 साल के भाई के सर में फंसी हुई कुल्हाड़ी को खींचकर बाहर निकाला और उस पर दोबारा जोरदार प्रहार कर उसकी हत्या कर दी।
फर्श साफ किया बदबू ना आए इसलिए अगरबत्ती जलाई
दोनों आरोपियों ने बहुत ही शातिर अपराधियों की तरह इस दोहरी हत्याकांड को अंजाम दिया। 6 माह पहले से इन दोनों ने मिलकर अपने पिता की हत्या की पूरी योजना बना ली थी। भाई को मारना योजना में शामिल नहीं था लेकिन जब वह पिता की हत्या के दौरान आने लगा तो इन दोनों ने उसकी भी निर्मम हत्या कर दी। घटना के बाद इन्होंने पिता की लाश को बड़ी सी पन्नी में लपेटा। भाई की लाश को फ्रिज में घुसा दिया ताकि बदबू ना आए। इसीलिए इन्होंने घर में काफी अगरबत्तियां भी जलाईं। फर्श पर पहले खून को साफ करने के लिए पूरे जतन किए।
ऐसे शातिर बना मुकुल
इस दोहरे हत्याकांड से ना केवल अपराधिक जगत में सनसनी फैल गई बल्कि सामाजिक क्षेत्र में भी रिश्तों के गिरते पैमाने को लेकर गहन चिंतन का और मंथन का दौर शुरू हो गया था। एक नाबालिक लडक़ी अपने आशिक के प्रेम में ऐसी पागल बनी कि उसने अपने ही 52 वर्षीय पिता और 8 साल के मासूम भाई की बेरहमी से हत्या कर दी। दोनों पर भारी वस्तु से कई बार प्रहार किया गया जिसके कारण उनके सर की सारी हड्डियां टूट गई थी। 21 साल का आरोपी मुकुल सिंह और उसकी नाबालिक प्रेमिका अपने ही पिता और भाई के प्रति इतनी हिंसक कैसे हो गई कि उनके मन में छोटे भाई के लिए भी दया का भाव खत्म हो गया, इसी कारण से इतनी निर्मम और वीभतस्व तरीके से हत्या की गई।
इस मामले में पुलिस ने जब मुकुल सिंह की कुंडली खंगालना शुरू किया तो इस बात का भी खुलासा हुआ है कि आरोपी मुकुल सिंह बहुत लंबे समय से हिंदी और अंग्रेजी क्राइम सीरीज और पिक्चरें देख रहा था। जैसे कि वह इन आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने और पुलिस से बचने के लिए अध्ययन कर रहा हो। जिस प्रकार से 21 साल का लडक़े ने अपनी नाबालिक प्रेमिका को लेकर पूरे हिंदुस्तान भर में दिलेरी से घूम-घूमकर फरारी काटी, उससे तो यह स्पष्ट होता है कि इसने हर बात की तैयारी पहले से कर ली थी। हत्या को अंजाम भी सोच समझ कर दिया गया। हथियार की खरीदी भी ऑनलाइन पहले ही कर ली गई थी। भागने की योजना पर भी पूरी तरीके से कार्य किया गया था।
जबलपुर (जय लोक) जबलपुर के रेलवे मिलेनियम कॉलोनी में घटित हुए हत्याकांड के आरोपी प्रेमी जोड़े इन्होंने ही प्रेमिका के पिता और 8 साल के भाई की निर्मम हत्या की थी। पूछताछ के दौरान एक बात और चौंकाने वाली सामने आई है कि इस नाबालिक लडक़ी और उसके प्रेमी मुकुल सिंह के ऊपर हवस का भूत सवार था। हवस इतनी थी कि इन्होंने पिता और 8 साल के बच्चे की हत्या करने के बाद वहीं पर संभोग किया था, सामान्य रूप से चाय बनाई, मैगी बनाई, पिता के मोबाइल से पैसे ट्रांसफर किए और सोच समझ कर पूरी योजना के तहत फरार हुए थे। नाबालिक लडक़ी और उसके प्रेमी मुकुल सिंह से अलग-अलग पूछतांछ के दौरान बहुत सारे चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। हवस की भूख मिटाने के लिए इन्होंने जो बातें पुलिस को बताई हैं वह सब सार्वजनिक तौर पर प्रकाशित नहीं की जा सकती, लेकिन यह बात स्पष्ट रूप से कही जाती है कि इस हत्यारे प्रेमी जोड़े पर हवस बुरी तरह से हावी थी।
यह प्रेमी युगल इतने शातिर थे कि इन्हें जिस ट्रेन से कहीं और सफर करना होता था यह उसके बारे में जानकारी ले लेते थे की ट्रेन स्टेशन पर कब लगेगी। शुरुआती दौर में कुछ समय के लिए ट्रेन की बोगी खाली रहती है और इस बात का फायदा उठाकर यह उसे अपनी ऐशगाह बना लेते थे। इन्होंने अवसर देखकर रेलवे स्टेशन जैसे सार्वजनिक स्थानों पर भी अपनी हवस बुझाई।
भाई पर बहन ने किया था कुल्हाड़ी से वार
जाँच के दौरान यह बात भी सामने आई है की नाबालिक लडक़ी ने पुलिस के समक्ष पूछताछ के दौरान यह बात कबूल की है कि जब सुबह मुकुल सिंह को उसने घर में प्रवेश करवाया और पिता ने विरोध किया तो मुकुल ने सबसे पहले उसके पिता पर कुल्हाड़ी से वार किया। जब उसका 8 साल का भाई तनिष्क जाग गया और चिल्लाने लगा तो मुकुल सिंह ने ही पहला वार भी उस पर किया था। इसके बाद कुल्हाड़ी 8 साल के मासूम तनिष्क के सर में फंसकर रह गई थी। निर्दयी नाबालिग के यह बयान रोंगटे खड़े कर देने वाले थे जिसे सुनकर पुलिस भी चौंक गई। आरोपी नाबालिक लडक़ी ने यह कबूल किया कि उसने अपने 8 साल के भाई के सर में फंसी हुई कुल्हाड़ी को खींचकर बाहर निकाला और उस पर दोबारा जोरदार प्रहार कर उसकी हत्या कर दी।
फर्श साफ किया बदबू ना आए इसलिए अगरबत्ती जलाई
दोनों आरोपियों ने बहुत ही शातिर अपराधियों की तरह इस दोहरी हत्याकांड को अंजाम दिया। 6 माह पहले से इन दोनों ने मिलकर अपने पिता की हत्या की पूरी योजना बना ली थी। भाई को मारना योजना में शामिल नहीं था लेकिन जब वह पिता की हत्या के दौरान आने लगा तो इन दोनों ने उसकी भी निर्मम हत्या कर दी। घटना के बाद इन्होंने पिता की लाश को बड़ी सी पन्नी में लपेटा। भाई की लाश को फ्रिज में घुसा दिया ताकि बदबू ना आए। इसीलिए इन्होंने घर में काफी अगरबत्तियां भी जलाईं। फर्श पर पहले खून को साफ करने के लिए पूरे जतन किए।
ऐसे शातिर बना मुकुल
इस दोहरे हत्याकांड से ना केवल अपराधिक जगत में सनसनी फैल गई बल्कि सामाजिक क्षेत्र में भी रिश्तों के गिरते पैमाने को लेकर गहन चिंतन का और मंथन का दौर शुरू हो गया था। एक नाबालिक लडक़ी अपने आशिक के प्रेम में ऐसी पागल बनी कि उसने अपने ही 52 वर्षीय पिता और 8 साल के मासूम भाई की बेरहमी से हत्या कर दी। दोनों पर भारी वस्तु से कई बार प्रहार किया गया जिसके कारण उनके सर की सारी हड्डियां टूट गई थी। 21 साल का आरोपी मुकुल सिंह और उसकी नाबालिक प्रेमिका अपने ही पिता और भाई के प्रति इतनी हिंसक कैसे हो गई कि उनके मन में छोटे भाई के लिए भी दया का भाव खत्म हो गया, इसी कारण से इतनी निर्मम और वीभतस्व तरीके से हत्या की गई।
इस मामले में पुलिस ने जब मुकुल सिंह की कुंडली खंगालना शुरू किया तो इस बात का भी खुलासा हुआ है कि आरोपी मुकुल सिंह बहुत लंबे समय से हिंदी और अंग्रेजी क्राइम सीरीज और पिक्चरें देख रहा था। जैसे कि वह इन आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने और पुलिस से बचने के लिए अध्ययन कर रहा हो। जिस प्रकार से 21 साल का लडक़े ने अपनी नाबालिक प्रेमिका को लेकर पूरे हिंदुस्तान भर में दिलेरी से घूम-घूमकर फरारी काटी, उससे तो यह स्पष्ट होता है कि इसने हर बात की तैयारी पहले से कर ली थी। हत्या को अंजाम भी सोच समझ कर दिया गया। हथियार की खरीदी भी ऑनलाइन पहले ही कर ली गई थी। भागने की योजना पर भी पूरी तरीके से कार्य किया गया था।
शहडोल बालिका सुधार गृह में रहेगी आरोपी
पूछताछ के बाद पुलिस ने आरोपी नाबालिक लडक़ी को दोहरी हत्याकांड के आरोप में शहडोल के बालिका सुधार गृह में भेजा है। पुलिस का कहना है कि इस दोहरे हत्याकांड में दोनों ही आरोपी बराबर से शामिल हैं। नाबालिग लडक़ी बहुत शातिर है और उसने भी हत्या करने से लेकर साक्ष्य छुपाने तक हर कृत्य में अपने प्रेमी मुकुल सिंह का साथ दिया है। इसलिए इसे भी अपराधी माना जाएगा।
पूछताछ के बाद पुलिस ने आरोपी नाबालिक लडक़ी को दोहरी हत्याकांड के आरोप में शहडोल के बालिका सुधार गृह में भेजा है। पुलिस का कहना है कि इस दोहरे हत्याकांड में दोनों ही आरोपी बराबर से शामिल हैं। नाबालिग लडक़ी बहुत शातिर है और उसने भी हत्या करने से लेकर साक्ष्य छुपाने तक हर कृत्य में अपने प्रेमी मुकुल सिंह का साथ दिया है। इसलिए इसे भी अपराधी माना जाएगा।