जबलपुर (जयलोक)
शहर में नई कारों को अनुबंध के आधार पर कार लगाने के नाम पर विक्रय करने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने दबोचा है। इन आरोपियों को पुलिस ने सूरत से गिरफ्तार किया है जिनके पास से 8 नई कारें बरामद की गई हैं। जिनकी कीमत एक करोड़ रूपये बताई जा रही है। इनके दो आरोपी अब भी फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है। आरोपी कार मालिकों से नई कारों को किसी कार्यालय, या ऑफिस में लगाने के नाम पर अनुबंध करते थे लेकिन ये कार किसी दूसरे प्रदेश में बेंच दी जाती थी। जिसके बाद आरोपी पैसा लेकर फरार हो जाया करते थे।
13 मार्च को आवेदक सतेन्द्र सिंह ठाकुर निवासी खाईपुरा खेरमाई ने थाना ओमती में शिकायत दर्ज कराई और बताया कि पीयूष नायडू, अरुण मसीह, रेशू मसीह, पंकजी खत्री, नवीन खत्री खुद को टास्क कंपनी का अभिकर्ता बताकर कंपनी में गाड़ी लगाने के नाम पर लोगों की नई-नई गाडिय़ा अनुबंध कर लेते हैं। और जो गाड़ी अनुबंध पर ली जाती है उसे दो तीन महिने पश्चात किसी भी व्यक्ति को विक्रय कर गाड़ी हड़प लेते थे। आवेदक सतेन्द्र सिंह ने भी पीयूष नायडू के साथ अनुबंध करके अपनी स्विफ्ट गाड़ी एग्रीमेट करके दे दी थी। किन्तु पियूष नायडू, पंकज खत्री, नवीन खत्री, अरुण मसीह, रेशू मसीह ने आवेदक की गाडिय़ा सूरत में जाकर बिक्रय कर दी थी। ऐसे ही अन्य लोग सतेन्द्र सिंह, मनोज सब्बरवाल, रामेश्वर करोसिया, सपना सिंह, दिशा सिंह, कृष्णपाल सिंह, रविन्द्र कुमार, देवेन्द्र काछी, अमन सिंह, शुभम करोसिया, राजेश मिश्रा, संजय सिंह की कार छल पूर्वक प्राप्त करके हड़प दूसरे शहरों में बेंच दी गई। सतेन्द्र सिह की रिपोर्ट पर थाना ओमती में पंजीबद्ध किया गया।
पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने घटना को गंभीरता से लेते हुए अति पुलिस अधीक्षक शहर सोनाक्षी सक्सेना को तत्काल कार्यवाही करते हुए निर्देशित किया गया। जिनके निर्देशन में नगर पुलिस अधीक्षक पंकज मिश्रा के मार्गदर्शन में निरीक्षक वीरेनद्र सिंह पंवार द्वारा रजनीश मिश्रा उप निरी के नेतृत्व में टीम का गठन कर कार्यवाही हेतु सूरत अहमदाबाद भेजा गया। जिन्होंने कार्यवाही करते हुए सूरत से आरोपी पंकज खत्री, पीयूष नायडू, नवीन खत्री को गिरफ्तार करते हुए सूरत से एक अर्टिका कार, एक बलेनो कार, एक टाटा टिगोर कार जप्त की गई थी एवं आरोपीगण का न्यायालय से पांच दिवस का पुलिस रिमाण्ड प्राप्त किया गया था। जो पुलिस रिमाण्ड में पुन: आरोपीगण से आठ नई कारें कीमती एक करोड़ की जप्त की गई है एवं आरोपीगण को जेल भेजा गया है। प्रकरण में फरार आरोपीगण अरुण मसीह रेशू मसीह और अन्य आरोपी गण की तलास जारी है जिनसे ओर भी कारे बरामद किया जाना है।
