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बैंक के गाड्र्स हैं विकास की हत्या कर लाश जलाने वाले हत्यारे

नवभारत बिल्डिंग को 1 साल पहले ही अधिग्रहीत कर चुका है बैंक

जबलपुर (जयलोक)। बीती रात शराब पीने को लेकर हुए विवाद में एक युवक की रॉड से पीटकर हत्या कर दी गई। वारदात के बाद आरोपियों ने शव को जला दिया और खुद ही थाने में जाकर सरेंडर कर दिया। बताया जा रहा है कि दोनों हत्यारे गार्डस बैंक द्वारा तैनात किए गए सुरक्षाकर्मी है। जो सुरक्षा ठेका कम्पनी के द्वारा काम पर लगाए गए थे और बैंक की अधिग्रहीत बिल्डिंग की सुरक्षा करते थे। जिन्होंने बीती रात अपने साथी की ही शराब पीकर हत्या कर दी थी। वारदात के बाद आज सुबह इस मामले में लेकर तरह तरह की चर्चाएं सामने आईं। कोई आरोपियों को प्रिंटिंग प्रेस का सुरक्षा कर्मी बता रहा था तो कोई बैंक के सुरक्षा गार्डस। लेकिन पुलिस जाँच में यह बात सामने आई है कि दोनों आरोपी बैंक द्वारा तैनात किए गए सुरक्षाकर्मी थे। यह बिल्डिंग भी नवभारत प्रेस की बिल्डिंग थी, जिसे बैंक ऑफ महाराष्ट्र द्वारा अधिग्रहीत कर लिया था।
मामला ओमती थाना अंतर्गत आने वाले पुराने तीन पत्ती बस स्टेण्ड के पास का है। यहाँ बीती रात सुरक्षाकर्मी हेमराज सरिया और ज्ञानी सिंह ठाकुर ने पान दुकान संचालक विकास पटेल की रॉड से पीट-पीटकर हत्या कर दी। वारदात के पहले तीनों ने मिलकर शराब पी थी। उसके बाद किसी बात को लेकर तीनों का विवाद हो गया। जिसमें हेमराज और ज्ञानी सिंह ने विकास पटेल के साथ पहले तो लोहे की रॉड से पीटा फिर हत्या कर शव पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। हत्या के बाद दोनों सुरक्षागार्ड शव को लेकर बिल्डिंग के अंदर गए और शव पर आग लगा दी। आसपास के लोगों ने जब बिल्डिंग से धुआ निकलते देखा तो इसकी सूचना दमकल कर्मियों को दी। लेकिन जब दमकल वाहन यहां पहुँचे तो नाजारा कुछ और ही देखने को मिला।
अच्छे मित्र थे मृतक और हत्यारे
पुलिस को जाँच में यह बात पता चली है कि हत्यारे ज्ञान सिंह, हेमराज और मृतक विकास पटेल अच्छे मित्र थे। वे अक्सर साथ में शराब पीते थे और घंटों साथ में समय बिताया करते थे। पुलिस को पता चला है कि ज्ञानी सिंह डिंडौरी और हेमराज बैतूल के रहने वाले हैं। इसके अलावा मृतक विकास पटेल अपराधिक प्रवृत्ति का था। जिसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं।
बैंक  ने एक साल पहले किया था अधिगृहण
हत्या के इस मामले में जिन सुरक्षा गार्डों का नाम सामने आ रहा है वह बैंक ऑफ महाराष्ट्र के सुरक्षा गार्ड हैं। दरअसल प्रिंटिग प्रेस द्वारा बैंक से ऋण लिया गया था। ऋण वापस ना करने पर बैंक ने बिल्डिंग के एक हिस्से का अधिग्रहण कर लिया। जिसमें बैंक द्वारा दोनों सुरक्षागार्ड को तैनात किया गया था। इसके अलावा बिल्डिंग के आधे हिस्से में प्रिंटिंग प्रेस का काम संचालित हो रहा है।
आग की मिली सूचना, मिला जलता हुआ शव
दमकल कर्मियों को भवन में आग लगने की सूचना मिली थी। आग लगने की सूचना मिलते ही दमकल वाहन के साथ ओमती पुलिसकर्मी भी यहां पहुँचे। भवन का यह हिस्सा कई दिनों से बंद पड़ा था और यहां ताला लगा था। जैसे तैसे ताला तोडक़र भवन के अंदर प्रवेश किया गया। लेकिन यहां एक शव जलता हुआ दमकल कर्मी और पुलिसकर्मियों को दिखाई दिया। शव आधा जल चुका था।
सुरक्षा गार्ड से मारपीट करता था विकास
पुलिस को जाँच में यह भी पता चला है कि मृतक विकास अक्सर बिल्डिंग के बंद पड़े इस हिस्से में शराब पीने आया करता था। दोनों सुरक्षा गार्ड भी शराब पीने के आदी थे। इस दौरान विकास दोनों सुरक्षा गार्ड से मारपीट किया करता था। जिससे दोनों सुरक्षा गार्ड परेशान रहते थे। कल रात 12 बजे विकास शराब के नशे में पहुँचा और दोनों सुरक्षा गार्ड से मारपीट की। जिसके बाद दोनों आरोपियों ज्ञानी सिंह और हेमराज ने उस पर रॉड से हमला किया। जिससे आकाश लहुलुहान हो गया और उसकी मौत हो गई। दोनों ने उसके शव को जलाया तो आसपास के लोग भी एकत्रित हो गए। दोनों ने सभी को कहा कि वे कचरा जला रहे हैं।
इनका कहना है
तीन पत्ती बस स्टेण्ड के पास स्थित एक बिल्डिंग में एक युवक की हत्या कर शव को जलाया गया है। पुलिस को अधजला शव मिला है। हत्यारों ने बताया कि मृतक उनके साथ मारपीट करता था। इसलिए उसकी हत्या कर दी। वहीं हत्यारे ठेकेदार के सुरक्षा गार्ड हैं। जो बैंक द्वारा अधिग्रहीत बिल्डिंग में ड्यूटी करते थे।
पंकज मिश्रा, सीएसपी

Jai Lok
Author: Jai Lok

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