जबलपुर (जयलोक) । भगवान श्री गणेश सनातन हिन्दू धर्म के सभी देवताओं में अग्र पूज्य हैं, प्रत्येक कार्य की पूर्णता के लिए सर्व प्रथम उन्ही की पूजा की जाती है। गणेश जी की पूजा से विघ्नों का विनाश होता है इच्छित कामनाएँ पूर्ण होती हैं, वे स्मरण मात्र से मनोकामना पूर्ण कर देते हैं। गणेश जी से मागने अर्जी लगाने की परम्परा अनादिकाल से चली आ रही है। मनुष्यों के साथ तीनों लोंकों के सभी देवता भी गणेश जी से अपनी कामना पूर्ण करने की अर्जी लगाते थे। इसी कड़ी में आज मनोकामना पूर्ण करने वाले भगवान श्री सिद्ध गणेश के सर्व मनोकामना पूर्ति स्थल श्री सिद्ध गणेश मंदिर ग्वारीघाट में माघ कृष्ण चतुर्थी तिल संकष्टी को भक्तों की सभी कामनाओं की पूर्ति उनके संकटों के निवारणार्थ विशेष पूजन आराधना का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन सायं काल 4 बजे से वैदिक विद्वानों द्वारा वेद मंत्रों के पाठ पूजन सहस्त्रार्चन यज्ञ हवन प्रसाद वितरण का कार्यक्रम आयोजित है। इस दिन भगवान गणेश के भालचन्द्र स्वरुप का पूजन कर उन्हें तिल एवं गुड के लड्डूओं का भोग समर्पित किया जावेगा। विशेष रुप से मताएँ अपने पुत्रों की रक्षा उनके सकटों के निवारण एवं उसकी सुख शाति समृद्धि की कामना से व्रत पूजन करती हैं। ऐसी मान्यता है कि आज की गई पूजा प्रार्थना अर्जी से भगवान श्री सिद्ध गणेश हर तरह की बाधा बलाय से रक्षा कर सुख शांति समृद्धि दीर्घायु प्रदान करते हैं। श्री सिद्ध गणेश सेवक मंडल पं. विजयानंद मिश्र, राबिन तिवारी, ललित वर्मा, डॉ. आदर्श शर्मा, राजकुमार सिंगरहा, केतन चौहान, अश्वनी पटेल, शरद मित्तल, अंकित पयासी, पं. यमुना प्रसाद (शास्त्री) पं. सतीस उपाध्याय ने इस धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने का आग्रह किया है।