जबलपुर (जयलोक) सडक़ हादसे में घायल एक युवक ने दो लोगों को जिंदगी दी। नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के परिसर में स्थित सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में गुरुवार को उनके मानव अंगों को भोपाल और इंदौर ले जाने के लिए दो ग्रीन कॉरिडोर तैयार किए गए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) ने बताया कि एक ग्रीन कॉरिडोर अस्पताल से एयरपोर्ट तक लीवर को चोइथराम अस्पताल इंदौर ले जाने के लिए तैयार किया गया तो दूसरा ग्रीन कॉरिडोर अस्पताल से तिलवारा रोड पर बने हेलीपैड तक हृदय को एम्स भोपाल ले जाने के लिए तैयार किया गया।
बताया जा रहा है कि ऐसा ग्रीन कॉरिडोर मेडिकल अस्पताल में पहली बार बनाया गया है। वहीं बलिराम की मौत के बाद उनके परिवार वालों ने अंग दान करने की इच्छा जताई थी। उनकी इस सोच से अब दो लोगों को जीवनदान मिल सकेगा। बताया जा रहा है कि सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में इलाज करा रहे बलिराम का कल बुधवार दोपहर को मौत हो गई थी। चिकित्सकों ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया।
इस संबंध में सीएमएचओ डॉ. संजय मिश्रा ने बताया कि बलिराम सडक़ दुर्घटना में घायल हो गए थे। जिन्हें 21 जनवरी को इलाज के लिए सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उनकी कल मौत हो गई। उनकी इच्छा अनुसार चिकित्सकों ने सुबह 10.13 बजे हार्ट और 10.33 बजे लीवर प्रत्योरोपित करने की प्रक्रिया शुरू की गई। इसके लिए सबसे बड़ी चुनौती समय पर हृदय और लीवर को भोपाल और इंदौर भेजना था। जिसके लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। इसके लिए पुलिस और जिला प्रशासन की टीम के साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीम अलर्ट रही। सभी व्यवस्थाएं पूरी करने के बाद हृदय को भोपाल और लीवर को इंदौर भेजा गया।
अंग प्रत्यारोपण नेटवर्क की ली मदद
सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद, अंग प्रत्यारोपण के नेटवर्क की मदद से पता लगाया गया कि इन अंगों की जरूरत कहां है। इसके बाद, यह पता चला कि एक मरीज एम्स भोपाल में भर्ती है, जिसका दिल प्रत्यारोपित किया जाना है और दूसरा मरीज चोइथराम अस्पताल इंदौर में है, जिसका लीवर प्रत्यारोपित किया जाना है। राज्य सरकार ने इसके लिए एक एआईआर एम्बुलेंस विमान और एक हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की। विमान जबलपुर हवाई अड्डे पर था जो लिवर को इंदौर ले गया। तिलवारा रोड पर एक हेलीपैड तैयार किया गया, जो हार्ट को भोपाल ले गया। पूरे पुलिस विभाग ने ग्रीन कॉरिडोर तैयार किया, व्यवस्था काफी अच्छी रही।
125 पुलिसकर्मी हुए तैनात
ग्रीन कॉरिडोर तैयार करने के लिए ट्रैफिक पुलिस समेत करीब 125 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। अधिकारी ने आगे भरोसा जताया कि वे इस काम को बहुत तेजी से अंजाम देंगे और मानव अंगों को बिना किसी देरी के तय जगह पर पहुंचा देंगे।