मोदी भाजपा नेताओं के साथ बैठक में होंगे शामिल
भोपाल (जयलोक)। दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का शुभारंभ करने आ रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी प्रदेश के भाजपा नेताओं की बैठक भी लेगें। यह बैठक भाजपा कार्यालय में होगी या और कहीं अभी यह तय नहीं है। बैठक के लिए स्थान तय करने के लिए मंथन किया जा रहा है। इस बैठक के बाद ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का निर्णय होगा।
माना जा रहा है कि इसी बैठक में नए प्रदेशाध्यक्ष का नाम निकल सकता है। दरअसल प्रदेश में मंडल और जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा के बाद से ही प्रदेशाध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया बंद पड़ी हुई है। फिलहाल भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के लिए आधा दर्जन नाम चर्चा में बने हुए हैं। इसमें मौजूदा प्रदेशध्यक्ष वीडी शर्मा का भी नाम शामिल है। प्रधानमंत्री मोदी 23 फरवरी की शाम को भोपाल पहुंचेंगे। वे राजभवन में रात्रि विश्राम करेंगे। इसकी वजह से माना जा रहा है कि राजभवन के सामने कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में वे भाजपा नेताओंं की बैठक ले सकते हैं। फिलहाल भाजपा कार्यालय और कुशाभाऊ ठाकरे सभागार का प्रस्ताव पीएमओ भेजे गए हैं। अब पीएमओ से अंतिम मंजूरी के बाद बैठक और स्थान तय हो जाएगा। इसके साथ ही पार्टी के किन विधायकों और नेताओं को बैठक में बुलाया जाए, उनके नामों को भी एक -दो दिन में तय कर लिया जाएगा। इसके बाद यह सूची भी प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजी जाएगी। दरअसल, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारियों में सीएम डॉ. मोहन यादव और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष से लेकर पूरा प्रशासन और मंत्री विधायक, बीजेपी के कार्यकर्ता जुटे हुए हैं। इस समिट के चलते बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव टल गया है। अब जीआईएस के बाद ही बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होगा यह तो तय है। मोदी भले ही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के उद्घाटन में आ रहे हों। लेकिन, राजनैतिक रूप से उनका दौरा अहम है। बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष का इसी महीने चयन होना है। अगले महीने से निगम, मंडल, आयोगों में राजनैतिक नियुक्तियों का दौर भी संभावित है।
गैर राजनैतिक लोगों की भी हो रही सूची तैयार- प्रधानमंत्री ने पार्टी से लोगों को जोडऩे के लिए एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाने को कहा है, जो बगैर राजनैतिक पृष्ठभूमि से आते हैं। इस पर भी प्रदेश संगठन द्वारा काम किया जा रहा है। इसके लिए सूची तैयार करने का काम जारी है। यह वे युवा हैं जो अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर रहे हैं। इनमें डॉक्टर, पत्रकार, वकील, व्यवसायी, सोशल वर्कर्स, प्लेयर्स, उद्यमी, रिटायर्ड अफसर, आर्मी, नेवी, एयरफोर्स के रिटायर्ड अफसर जो अब राजनीति में काम करने के इच्छुक हैं।
