जिस अधिकारी की आईडी से हुआ गबन उसको भी जाँच टीम में किया शामिल
विधायक अजय विश्नोई ने मुख्यमंत्री से की उच्च स्तरीय जाँच समिति गठित करने की मांग
जबलपुर (जयलोक)। मध्यप्रदेश शासन के वित्त विभाग के कलेक्ट्रेट में संचालित कोषालय में 5 करोड़ रुपए की एक बड़ी राशि की डकैती कोषालय के कर्मचारियों द्वारा ही की गई है। कोषालय में जो गबन हुआ है उसे 55 लाख रुपए प्रचारित किया जा रहा है जबकि वास्तविकता यह है कि यह गबन की राशि करीब 5 करोड़ की बतलाई जा रही है। यह गबन का मामला अब सीधे प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव तक पहुँच गया है। विधायक अजय विश्नोई ने मुख्यमंत्री को आज एक पत्र भेजा है जिसमें उन्होंने कोषालय में हुए करोड़ों रुपए के गबन की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति गठित करने की माँग भी की है ।
मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में विधायक अजय विश्नोई ने आरोप लगाया है कि कोषालय के एक कर्मचारी ने वरिष्ठ अधिकारी की आईडी का उपयोग करते हुये फर्जी बिल पास करवा लिये और कोषालय में करोड़ों का गबन कर लिया और यह कर्मचारी गायब भी हो गया है। विधायक श्री विश्नोई ने मुख्यमंत्री से इस मामले की गहन जांच कराने की मांग की है। विधायक का कहना है कि वे अधिकारी भी स्वाभाविक रूप से जांच के दायरे में जिनकी लापरवाही से उनकी आईडी का इस्तेमाल हुआ है। विधायक विश्नोई ने यह भी आरोप लगाया है कि जबलपुर कोषालय से अंतिम भुगतान जिन ज्वाइंट डायरेक्टर के मोबाईल पर आये ओटीपी से होता था उसके खिलाफ जांच करने की वजह इस अधिकारी को जांच समिति में ही शामिल कर लिया गया है। यह उचित नहीं है क्योंकि इस अधिकारी की आईडी का उपयोग गबन में हुआ है। विधायक विश्नोई ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि कोषालय में गबन का प्रकरण करोड़ों रुपये का है इसलिये इसकी जांच के लिये उच्चस्तरीय समिति गठित की जाये और इस समिति को एक निश्चित समय सीमा में जांच करने का आदेश भी दिया जाये। मध्यप्रदेश शासन के वित्तीय विभाग का स्थानीय निधि समपरिक्षा कार्यालय सिविक सेंटर में है इस कार्यालय को संयुक्त संचालक आडिड भी कहा जाता है। इस कार्यालय में जबलपुर संभाग के अंर्तगत आने वाले नगरीय निकायों के बिल पास किये जाते है। यहां लंबे समय से पदस्त संदीप शर्मा नामक एक बाबू पेमेंट की राशि में से हर माह चाल लाख पचास हजार रुपये निकालकर अपने खाते में डाल देता था। प्रारंभिक जांच में इस बाबू द्वारा किये गये गबन की राशि को 55 लाख रुपये बताया जा रहा है। जबकि विभाग से संबंधित लोगों का यह मानना है कि यक गबन की राशि 5 करोड़ के करीब होने जा रही है।
लापता है बाबू
गबन करने वाला बाबू फरार हो गया है और उसने कार्यालय के वाट्सअप ग्रुप में लिखा है कि मुझे आत्मग्लानी हो रही है और मेरे पास आत्महत्या के अलावा कोई चारा नहीं है। इसके बाद संदीप ने ग्रुप छोड़ दिया।
3 अधिकारी निलंबित
संभागीय निधि समपरीक्षा कार्यालय में हुये गबन के मामले में हडक़ंप मचा हुआ है। कार्यालय में हुये अधिक भुगतान और गबन के मामले में मुख्य आरोपी संदीप शर्मा को भोपाल कार्यालय द्वारा निलंबित किया गया है। वहीं संभागीय आयुक्त अभय वर्मा ने सहायक संचालक श्रीमती प्रिया विश्नोई को तथा कलेक्टर दीपक सक्सेना ज्येष्ठ समपरिक्षक श्रीमती सीमा अमित तिवारी को निलंबित कर दिया है।
छिंदवाड़ा, बालाघाट और निवास में भी हो चुका है गबन
कोषालयों में गबन का जबलपुर का मामला पहला मामला नहीं है इसके पूर्व छिंदवाड़ा के कोषालय में भी 1 करोड़ 32 लाख का गबन हो चुका है। वहीं बालाघाट के कोषालय में भी 85 लाख रुपये का गबन हो चुका है। वहीं मण्डला जिले के निवास में भी शिक्षा विभाग 52 लाख का गबन हो चुका है।
