प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी के साथ ही
छात्रों ने ज्वाइन की इंदौर पुलिस की साइबर अवेयरनेस की क्लास
कैसे होते हैं साइबर अपराध और कैसे इनसे बचा जाए, स्टूडेंट्स ने सीखी यह बारीकियाँ
उद्बोधन देते एडी.डीसीपी क्राइम राजेश दंडोतिया
भोपाल (जयलोक)
इंदौर पुलिस द्वारा साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिये, इसके प्रति लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से लगातार विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी अनुक्रम में 13 फरवरी को अति. पुलिस उपायुक्त क्राइम इंदौर ने पुलिस टीम के साथ कौटिल्य एकेडमी, भंवरकुआं इंदौर में पहुंचकर, स्टूडेंट्स को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक किया।
सायबर अवेयरनेस के तहत कौटिल्य एकेडमी इंस्टिट्यूट के कैम्पस में आयोजित कार्यक्रम में एडीशनल डीसीपी क्राइम राजेश दंडोतिया ने, अपनी 204 वीं कार्यशाला में करीब 200 स्टूडेंट्स को वर्तमान समय के साइबर अपराधों के प्रकारों और इनसे बचने के तरीकों को बताते हुए, उन्हें पुलिस के पास आने वाली साइबर अपराधों की शिकायतों की केस स्टडी के आधार पर, विभिन्न प्रकार के साइबर फ्रॉड, फाइनेंशियल फ्रॉड, ई-कॉमर्स वेबसाइट द्वारा किए जाने वाले फ्रॉड और सोशल मीडिया पर किये जाने वाले आदि विभिन्न साइबर अपराधों की जानकारी दी और इनसे बचने के उपायों के साथ आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के बारें में भी बताया। उन्होंने सभी से कहा कि हम लोग आजकल ज्यादा से ज्यादा काम डिजिटल रूप में ऑनलाइन कर रहे हैं, जिसमें जरा सी गलती होने पर साइबर फ्रॉड होने की संभावना रहती है।
इसलिए हम जागरूक और सतर्क रहकर पूरी सावधानी के साथ सोशल मीडिया और ऑनलाइन फाइनेंशियल काम करें तथा अपनी निजी जानकारी किसी से भी शेयर नहीं करें ।
इस अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओ एडीपीओ, डीएसपी (रेडियो), पीएससी आदि के इंटरव्यू की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स सहित संस्थान के स्टाफ ने भी साइबर सुरक्षा संबंधी बारिकियों को समझा और इंदौर पुलिस के इस अभियान की तारीफ की।