दोनों ही दलों के नेता और पार्षदों को है इंतज़ार
जबलपुर (जय लोक)। महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू के कांग्रेस को छोडक़र भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो जाने के बाद से ही शहर की राजनीति में बड़ा बदलाव आया है। महापौर की वजह से भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों ही दलों की राजनीति गरमा गई है। दोनों ही दलों को जो फैसले करने हैं वे अटके हुए हैं। महापौर के कांग्रेस को छोडऩे के बाद और भाजपा में शामिल हो जाने के बाद अब नगर निगम पूरी तरह से भाजपामयी हो चुकी है। भाजपा के पार्षदों की मेयर इन काउंसिल बनना है। मेयर इन काउंसिल में भाजपा के पार्षदों को शामिल किया जाना है। लेकिन मेयर इन काउंसिल में भाजपा के कौन-कौन से पार्षद शामिल हों इसे लेकर अभी भी खींचतान मची हुई है।
कल भी लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह के साथ भाजपा के विधायकों तथा दिग्गज नेताओं की मेयर इन काउंसिल के गठन को लेकर चर्चा होने की खबरें सरगर्म हैं। मेयर इन काउंसिल में सदस्य बनने के लिए भाजपा के पार्षद भी लगातार दबाव बना रहे हैं और वे दिग्गज नेताओं से संपर्क भी कर रहे हैं और अपनी दावेदारी कर रहे हैं।
वहीं भाजपा के दिग्गजों के सामने भी मेयर इन काउंसिल में भाजपा के पार्षदों को शामिल करने को लेकर उहापोह की स्थिति बनी हुई है। विशेष रूप से भाजपा के विधायकों के सामने भी धर्म संकट हो रहा है कि वे अपने विधानसभा क्षेत्र के किस पार्षद को मेयर इन काउंसिल का सदस्य बनवाएं। ऐसा बताया जा रहा है कि अभी भाजपा के दिग्गज अपने स्तर पर मेयर इन काउंसिल के सदस्यों के नाम तय नहीं कर पा रहे हैं। ऐसी स्थिति में प्रदेश भाजपा संगठन की ओर से मेयर इन काउंसिल के सदस्यों के नाम तय होने की भी चर्चाएं कल से ही चल रही हैं। यह उम्मीद है कि इस सप्ताह में काउंसिल का गठन हो जाएगा। अब यह देखना है कि मेयर इन काउंसिल में सदस्य बनने के लिए भाजपा के किन पार्षदों की किस्मत खुलती है।
कांग्रेस में भी नहीं हो पा रहा है फैसला
नगर कांग्रेस के अध्यक्ष रहे महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू के भाजपा में शामिल हो जाने के बाद से कांग्रेस के भी फैसले अटके हुए हैं। प्रदेश कांग्रेस को नए नगर कांग्रेस के अध्यक्ष के पद पर किसी नेता को नियुक्त करना है। लेकिन नगर कांग्रेस के अध्यक्ष को लेकर स्थानीय दिग्गजों में एक राय नहीं होने की वजह से यह घोषणा अटकी हुई है। वहीं नगर निगम में कांग्रेस के पार्षदों के लिए एक नया नेता भी चुना जाना है जो की नेता प्रतिपक्ष का दायित्व भी संभालेगा। नेता प्रतिपक्ष के लिए कांग्रेस के कई पार्षद दावेदारी कर रहे हैं इसलिए नेता प्रतिपक्ष को लेकर भी कोई फैसला अभी तक नहीं हो पाया है। कांग्रेस की ओर से पर्यवेक्षक बनाए गए डॉक्टर सुखदेव पांसे नगर कांग्रेस अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के लिए रायशुमारी कर चुके हैं लेकिन अभी तक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी किसी तरह का फैसला नहीं ले पाए हैं।