जबलपुर (जय लोक)
स्कूलों और पुस्तक विक्रेताओं तथा यूनिफार्म के विके्रताओं के बीच गठजोड़ से लूट का गोरखधंधा लगातार सुर्खियों में आता जा रहा है। नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच के अध्यक्ष डॉ. पीजी नाजपांडे ने आरोप लगाया है कि जबलपुर में स्कूलों ने कमीशन की राशि नगद माँगी थी, इसलिए हवाला के जरिए कमीशन की राशि पहुँचाई गई। हवाला का काम करने वालों में स्कूलों को कमीशन के तौर पर दस लाख से लेकर दो करोड़ रूपये नगद दिए। कुछ स्कूलों तक हवाला से दस करोड़ पहुँचाए गए। इस अपराधिक कृत्य में हवाला के अलावा फारेन एक्सचेंज नियमों की भी हेराफेरी हुई है।
नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच ने संचालक इनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट भोपाल को ई-मेल भेजकर शिकायत की गई है। जिसमें बताया गया है कि स्कूल, बुक प्रकाशत तथा बुक डिपो के सांठगांठ ना केवल जबलपुर बल्कि भोपाल ,रीवा में भी बनी हुई है। मंच ने अखबारों में इस कमीशनबाजी तथा गैन कानूनी कृत्यों के लगातार प्रकाशित हो रहे समाचारों को संलग्र कर ईडी को भेजे हैं। ईडी से यह माँग की गई है कि समूचे प्रदेश में कार्यवाही की जाए। जबलपुर में किताबों में छापे की कार्रवाही के बाद पाँच एसडीएम द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट के बाद आईएसबीएन तथा दामों की हेराफेरी तथा कमीशनबाजी सामने आई है।