जबलपुर (जयलोक)
जबलपुर संभाग का सबसे रोचक चुनावी मुकाबला छिंदवाड़ा जिले में हो रहा है। छिंदवाड़ा जिला कांग्रेस का अभी तक सबसे मजबूत गढ़ रहा है। कमलनाथ का यहां 45 वर्षों से एक तरफा कब्जा बरकरार है। प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से छिंदवाड़ा लोकसभा सीट ऐसी है जिसे कांग्रेस आज तक नहीं हारी है। कांग्रेस के इस सबसे मजबूत गढ़ को इस बार ढहाने का जिम्मा भाजपा की चुनावी रणनीति के महारथी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने खुद संभाला हुआ है। अमित शाह इस बार हर हालत में छिंदवाड़ा की सीट कांग्रेस से छीन कर भाजपा की झोली में लाना चाहते हैं। वहीं कमलनाथ भी कांग्रेस का गढ़ बचाने और अपने बेटे नकुलनाथ को जिताने के लिए जी जान से लगे हुए हैं।
अमित शाह ने छिंदवाड़ा की मध्य प्रदेश की इकलौती कांग्रेस की सीट को छीनने की पूरी रणनीति खुद ही बनाई है। बहुत पहले भी वे एक बार खुद छिंदवाड़ा आ चुके हैं। इसके बाद उन्होंने भाजपा के सभी दिग्गज नेताओं को छिंदवाड़ा में चुनावी प्रचार अभियान में जुटा दिया। केंद्र के नेताओं से लेकर प्रदेश के भाजपा के दिग्गज लगातार छिंदवाड़ा में दस्तक दे रहे हैं। अभी केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर भी छिंदवाड़ा में जमकर प्रचार करके गये हैं।
पहली बार कांग्रेस में जमकर तोडफ़ोड़
छिंदवाड़ा लोकसभा क्षेत्र में यह पहला मौका है जब भाजपा ने कांग्रेस में जमकर तोडफ़ोड़ भी मचा दी है और कांग्रेसियों के मनोबल को भी जमकर तोड़ा है। सबसे पहले भाजपा छिंदवाड़ा के अमरवाड़ा क्षेत्र के आदिवासी कांग्रेसी विधायक को तोडक़र अपने पाले में ले आई। उनसे विधायक पद से इस्तीफा भी दिला दिया यह इस्तीफा मंजूर भी हो गया। इसी तरह भाजपा ने छिंदवाड़ा में नगर निगम के महापौर को कांग्रेस से तोडक़र भाजपा में लाने का एक और बड़ा अभियान पूरा किया। वहीं नगर निगम के कांग्रेस के पार्षदों को भी भाजपा अपने पाले में ले आई। भाजपा ने कमलनाथ को एक और बड़ा झटका तब दिया जब कमलनाथ के सबसे विश्वसनीय साथी पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना के बेटे को पहले भाजपा में शामिल किया गया इसके बाद खुद दीपक सक्सेना को भी भाजपा अपने पाले में ले आयी। भाजपा ने छिंदवाड़ा के कांग्रेस के और भी कई दिग्गज नेताओं को तोडऩे में कामयाबी पाई है।
सक्रिय रहे दिग्गज लगातार
भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता केंद्रीय मंत्री अमित शाह के निर्देश पर लगातार छिंदवाड़ा में दस्तक दे रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव खुद छिंदवाड़ा में कई बार यहां के विधानसभा क्षेत्रों में जनसभाओं को संबोधित कर चुके हैं। वहीं मुख्यमंत्री खुद छिंदवाड़ा में अलग-अलग जगहों पर रोड शो भी कर चुके हैं। छिंदवाड़ा से लोकसभा का चुनाव लड़ चुके भाजपा के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के मंत्री प्रहलाद पटेल ने भी छिंदवाड़ा में भाजपा के चुनाव प्रचार अभियान को लगातार मजबूत करने की दिशा में प्रयास किए हैं।
अब कैलाश विजयवर्गीय ने संभाला मोर्चा
भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय को विशेष रूप से छिंदवाड़ा में चुनाव प्रचार अभियान के काम में लगाया गया है। कैलाश विजयवर्गीय ने सबसे बड़ा काम यह किया कि उन्होंने भाजपा के रूठे हुए नेताओं को मना लिया और उन्हें चुनावी मैदान में उतारा भी दिया। वहीं कैलाश विजयवर्गीय कार्यकर्ताओं के साथ बैठकर और मतदाताओं से संपर्क लगातार कर रहे हैं। वह अधिकांश समय छिंदवाड़ा में ही दे रहे हैं। कैलाश विजयवर्गीय ने यह भी दावा किया है कि वह छिंदवाड़ा को खुद गोद लेंगे और यहां के विकास कार्यों को गति देंगे।
शाम को शाह का रोड शो
अब चुनाव प्रचार के आखिरी दौर में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज खुद छिंदवाड़ा पहुंच रहे हैं। वह शाम को 4:30 बजे पहुंचेंगे और छिंदवाड़ा के फवारा चौक से छोटी बाजार तक रोड शो भी करेंगे। इस रोड शो के बाद अमित शाह भाजपा के पदाधिकारीयों के साथ चर्चा करेंगे और चुनावी प्रचार का फीडबैक लेंगे और आवश्यक दिशा निर्देश भी देंगे। छिंदवाड़ा के चुनावी मुकाबला की आखिरी तैयारी की दृष्टि से अमित शाह आज रात को भी छिंदवाड़ा में डेरा डालेंगे। छिंदवाड़ा प्रदेश की सबसे लोकसभा की हा सीट बन चुकी है। यहां चुनाव जीतना तो भाजपा और कांग्रेस दोनों ने ही जैसे जीवन मरण का प्रश्न बना लिया है।