वह कबाड़ी गिरफ्तार जिसके नाम से शमीम
खरीदता था स्क्रैप
जबलपुर (जयलोक)। अधारताल थाना अंतर्गत खजरी खिरिया बाईपास के पास शमीम कबाड़ी के रजा मेटल स्थित कबाड़ खाने में गुरुवार को हुए भीषण विस्फोट की जाँच राष्ट्रीय स्तर की एजेंसियों की जबलपुर आईं टीमों के द्वारा की जा रही है। आज शनिवार को भी अलग-अलग एजेंसियां अपने अलग-अलग बिंदुओं पर जाँच कर रही है। इस जाँच का दायरा लगातार बढ़ता जाएगा और यह जाँच फैक्ट्री के बड़े अधिकारियों से लेकर वरिष्ठ आईएएस और आईपीएस अधिकारियों तक पहुंच सकती है। शमीम कबाड़ी की कॉल डिटेल्स और उसका पुराना रसूखदार अधिकारियों से याराना निभाने का इतिहास इस ओर इशारा कर रहा है।
जाँच के दौरान यह बात भी सामने आई है कि ऑर्डनेंस फैक्ट्री से कबाड़ खरीदने का ठेका किसी और कबाड़ी को मिला था और शमीम उसके नाम से काम कर रहा था। पुलिस ने उक्त कबाड़ी को भी गिरफ्तार कर लिया है। अब बड़ा सवाल यह सामने खड़ा हो गया है कि आखिर शमीम ने अपने गोदाम में बड़ी तादात में बारूद क्यों एकत्रित करके रखा था। उच्च गुणवत्ता वाले बम के बारूद को जमीन के अंदर गड्ढा खोदकर भूमिगत करके रखा गया था और ऊपर से सीमेंट डालकर उसे ढक दिया गया था। प्रारंभिक दृष्टि में यही बात सामने आ रही है कि किसी विस्फोटक सामग्री में भीषण विस्फोट हुआ है। सूत्रों के अनुसार जांच दल को विस्फोटक सामग्री के अवशेषों में कुछ ऐसी सामग्री भी मिली है जो विदेशी गुणवत्ता वाली है। अब यह बड़ा सवाल भी खड़ा हो गया है कि आखिर शमीम कबाड़ी ने इतना घातक बारूद इतनी बड़ी मात्रा में एकत्रित करके क्यों रखा था। सूत्रों के अनुसार बमों को काटकर उसका पीतल तांबा निकालकर अलग रख लिया जाता था और जो बारूद निकलता था उसका संग्रहण अलग से किया जा रहा था इस गंभीर विषय की भी जाँच की जा रही है। जांच के दौरान ऑर्डनेंस फैक्ट्री से जानकारी मिली थी शमीम कबाड़ी का फैक्ट्री से सीधे कबाड़ खरीदने का कोई ठेका या अनुबंध नहीं था। यह अनुबंध ग्लोबल ट्रेडर्स के सुल्तान अली के नाम से था जिसमें शमीम के लडक़े फहीम ने गवाह के रूप में हस्ताक्षर किए हैं। शमीम इसी कबाड़ी के नाम से सुरक्षा संस्थानों से कबाड़ खरीदने का कार्य करता था इसी कबाड़ में बम के खाली खोलों के साथ निष्क्रिय बम भी आ जाते थे जिनमें बारूद होता था। आईजी जबलपुर जोन अनिल कुशवाहा के अनुसार उक्त कबड़ी सुल्तान अली को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और पूछताछ की जा रही है। शमीम कबाड़ी के रसूखदार अधिकारियों से बहुत पहले से संबंध चर्चाओंं में रहे हैं शमीम के पूर्व के कई प्रकरणों में इन्हीं वरिष्ठ आईएएस आईपीएस अधिकारियों द्वारा उसे बचाए जाने की चर्चाएं भी खूब रही हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी की जाँच के दायरे में शमीम का साथ देने वाले फैक्टरी और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों तक भी जाँच पहुँच सकती है। शमीम कबाड़ी के मोबाइल की कॉल डिटेल भी निकाली जा रही है।
गोदाम का बाकी हिस्सा जर्जर घोषित नगर निगम ने दिया नोटिस
रजा मेटल इंडस्ट्री के नाम से खजरी खिरिया बाईपास में मौजूद लंबा चौड़ा कबाडख़ाना विस्फोट के बाद पूरी तरीके से जर्जर हो गया है। बम धमाके में यहां स्थित बड़े-बड़े शेड के परखच्चे उड़ गए थे। जो भवन दो मंजिला तीन मंजिला निर्मित है वह बहुत ही खतरनाक स्थिति में जर्जर हो चुका है। दीवारों में दरारें आ चुकी हैं और भी बीम कॉलम तक हिल गए हैं। नगर निगम के अधीक्षण यंत्री अजय शर्मा ने बताया कि नगर निगम की ओर से जर्जर भवन को खतरनाक घोषित करते हुए नोटिस दे दिया गया है। वर्तमान में राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों सहित स्थानीय प्रशासन भी वहां जाँच कर रही है जाँच के उपरांत जर्जर भवन को तोडऩे की कार्रवाई की जाएगी ताकि किसी को हानि ना हो।
बमों के नंबर से आगे बढ़ेगी जाँच
राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी एनएसजी और एनडीआरएफ़ के साथ अन्य दलों ने कल विस्फोट वाले स्थल से बड़ी संख्या में कबाड़ में खरीदे गए बमों के खाली खोल बरामद किए हैं। इनमें दर्ज नंबरों के आधार पर आयुध निर्माणी फैक्ट्री के अधिकारियों और कबाड़ का काम देखने वाले लोगों से पूछताछ की जाएगी। यह बम किस स्थिति में कबाड़ खाने तक पहुँचे इस बात की भी पूरी जांच की जाएगी।
