नवीन शिक्षा नीति के तहत बच्चों की प्रतिभा
कौशल को प पहचानने का कार्य
जबलपुर (जय लोक)
सरकार भी अब यह चाहती है कि प्रदेश के बच्चे शिक्षा के क्षेत्र के साथ-साथ खेलकूद और अन्य गतिविधियों में भी आगे आएं और अपने अभिभावकों, स्कूल और प्रदेश का नाम रोशन करें। नवीन शिक्षा नीति के तहत बच्चों की प्रतिभा एवं कुशलता की पहचान का कार्यक्रम भी स्कूलों को संचालित करना है। शासन के निर्देश के परिपालन में जॉय सीनियर सेकेंडरी स्कूल विजय नगर में इन दिनों गगन नारंग स्पोर्ट्स प्रमोशन फाउंडेशन एवं शूटिंग स्पोर्ट्स ट्रेनिंग एसोसिएशन ऑफ जबलपुर के सहयोग से गन फॉर ग्लोरी शूटिंग अकादमी जबलपुर ने जॉय सीनियर सेकेंडरी स्कूल विजय नगर के बच्चों के शूटिंग टैलेंट के सर्च करने की शुरुवात की है।
कई खेलों में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक गए हैं बच्चे
इसके पूर्व में जॉय स्कूल के बच्चों ने विभिन्न खेलों के अंतर्गत अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन करके दिखाया है और कई बच्चे तलवारबाजी (फेंसिंग) और तीरंदाजी में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित खेलों में प्रदर्शन दिखा चुके है।
25 से अधिक लड़कियाँ ले रहीं खो खो का प्रशिक्षण
इस वक्त चल रहे कैंप के दौरान शाला की करीब 25 से अधिक लड़कियाँ खो खो खेल का प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं। इस खेल के प्रति लड़कियों का रुझान देखकर अभिभावक भी उत्साहित नजर आ रहे हैं। जॉय स्कूल में चल रहे समर कैंप के दौरान अन्य खेलों के भी प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं।
400 से अधिक बच्चे लेंगे भाग
इस टैलेंट सर्च के दौरान 1 मई से 3 मई तक स्कूल के 6वीं से 12वीं तक के 400 से अधिक छात्र-छात्राएं भाग लेंगे । एक शूटर के रूप में आंकलन करने के लिए शूटिंग सहित रिएक्शन टाइम, फ्लेक्सिबिलिटी, बैलेंसिंग आदि बुनियादी क्षमताओं के टेस्ट लिए गए। इन सभी टेस्ट के परिणाम के आधार पर स्कूल से करीब 42 बच्चों का चयन होगा जो 4 मई को अपना फाइनल कॉम्पीटीशन खेलेंगे।
विजेताओं को स्कूल, फॉउंडेशन और एसएसटीएजी की ओर से शूटिंग ट्रेनिंग प्रोग्राम में छात्रवृत्ति दी जाएगी। यह टेलेंट सर्च पूर्णत: नि:शुल्क है ताकि ज्यादा से ज्यादा बच्चे इसमें भाग ले सकें और जबलपुर को प्रतिभावान शूटर्स मिल सकें जो अंतराष्ट्रीय पटल पर देश एवं प्रदेश का नाम अंकित कर सकें।
स्कॉलरशिप देने का भी कार्य करेंगे
खेल प्रतिभा निखार कार्यक्रम के तहत चल रहे कैंप के दौरान जो बच्चे निशानेबाजी के खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे उन्हें प्रतिभा कौशल पहचान कार्यक्रम के तहत शाला की ओर से शुरुआती खेल और अल्पकालीन ट्रेनिंग के लिए स्कॉलरशिप भी दी जाएगी। ताकि वे आगे निशानेबाजी के खेल में भी अच्छा प्रदर्शन कर सकें। यह सुविधा अंडर 14, अंडर 17 एवं अंडर 19 वर्ग के प्रथम तीन स्थान पाने वाले बच्चों के लिए लडक़े और लड़कियों दोनों वर्ग के 18 बच्चों के लिए होगी।