नई दिल्ली । भारतीय सैन्य सेवाओं में भर्ती की नई व्यवस्था अग्निपथ योजना में बदलाव की सुगबुगाहट हैं। हालांकि, सरकार या सेना की ओर से आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। लेकिन खबरें हैं कि सेना एक आंतरिक सर्वे करावा रही है, जिसमें अग्निवीरों से जुड़े सवाल पूछे जा रहे हैं। इसका मकसद भर्ती प्रक्रिया पर योजना के असर को जानना है। संभावनाएं हैं कि सर्वे महीने के अंत तक खत्म हो सकता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, सेना एक आंतरिक सर्वे करा रही है, जिससे मिलने वाली जानकारी के आधार पर आने वाली नई सरकार के सामने योजना में कुछ बदलाव की सिफारिशें हो सकती हैं। रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों का कहना है कि सेना के सर्वे में अग्निवीरों, भर्ती और ट्रेनिंग स्टाफ सहित सभी हितधारकों से कुछ जानकारियां मांगी गई हैं। सेना अधिकारियों ने कहा कि हर समूह के जवाबों को इस महीने के अंत तक जुटाया जाएगा। इसके बाद आंकलन कर अगली प्रक्रिया शुरू होगी। अधिकारियों का कहना है कि करीब 10 सवाल तैयार किए गए हैं, जो सर्वे में शामिल लोगों से पूछे जा रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, भर्ती करने की प्रक्रिया में शामिल लोगों को बताना होगा कि अग्निवीर सेना में क्यों शामिल हो। साथ ही यह जानकारी भी देनी होगी कि वे सेना का हिस्सा बनने के लिए कितने उत्साहित हैं। इसके अलावा उन्हें आवेदक कैसे हैं, शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के आवेदक ऑनलाइन एंट्रेस एग्जाम को लेकर किस तरह की प्रक्रियाएं दे रहे हैं, जैसी जानकारियां भी देनी होंगी। खास बात है कि रिक्रूटमेंट में शामिल लोगों को बताना होगा कि योजना के लागू होने के बाद सेना में भर्ती पर कुल क्या असर पड़ा है। इससे जुड़े कुछ सवाल पूछे जाएंगे। रिपोर्ट के मुताबिक, यूनिट और सब यूनिट कमांडरों को अग्निवीरों और योजना से पहले आए सैनिकों के प्रदर्शन पर भी फीडबैक देना होगा।