जबलपुर (जयलोक)
शहर में हो रही बारिश जहाँ एक ओर गर्मी से राहत दे रही है तो वहीं दूसरी ओर आफत बनकर भी सामने आ रही है। शहर में दो दिनों हुई 7.5 इंच बारिश ने चारों ओर पानी ही पानी कर दिया है। इसके अलावा शहर के कई मार्गों में पानी भरा हुआ है। जिससे लोगों को परेशानी हो रही है। मौसम विभाग का कहना है कि 26 जुलाई तक शहर में ऐसी ही बारिश होती रही। इसके बाद बारिश में कुछ कमी आएगी। जुलाई के आधे माह में भले ही शहर सूखा हो लेकिन सावन सोमवार पर जो बारिश की झड़ी शुरू हुई तो यह क्रम रूक-रूक मंगलवार को भी जारी रहा।
मकान पर गिरी चट्टान
कल जहाँ बारिश के कारण दीवार गिरने से एक बुजुर्ग की मौत हो गई थी तो वहीं आज भी बारिश एक परिवार के लिए आफत बनकर आई। आज पूर्व विधानसभा क्षेत्र प्रेम सागर पुलिस चौकी के पीछे आचार्य विनोबा भावे वार्ड में पहाड़ी से एक चट्टान रात 11 बजे मकान के ऊपर गिर गई। उस समय लोग गहरी नींद में थे। हादसे में मकान की छत का हिस्सा टूट गया है। इसमें एक युवती को चोटें पहुँची हैं।
क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि मकान पर करीब 20 फुट से चट्टान गिरी थी। क्षेत्रीय लोगों ने तेज आवाज सुनकर घबराहट में घर से निकल आए। कुछ लोगों का कहना है कि आवाज इतनी तेज थी कि उन्हें लगा भूकंप आ गया है, इसलिए वे घर से बाहर निकल आए। जब लोगों ने देखा कि मकान की छत पर चट्टान गिरी है, तो वे तुरंत मकान की ओर दौड़े और घरवालों को बाहर निकाला। सुबह नगर निगम का अतिक्रमण दस्ता पहुंचा और उन्होंने चट्टान को मकान से अलग करके बाहर निकाला। क्षेत्रीय लोगों ने भगवान का शुक्र अदा किया कि किसी को गंभीर चोट नहीं आई है। नगर निगम के दस्ते ने लोगों को सजग रहने की सलाह दी है, क्योंकि पहाड़ी के नीचे बनी बस्ती में पानी गिरने के बाद चट्टान गिरने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
तीन कमरे क्षतिग्रस्त
मकान मालिक राम विलासा साहू का कहना है कि रात 11 बजे हुए इस हादसे से परिवार वाले सहम गए। तेज आवाज आने पर जब घर के बाहर निकलकर देखा तो एक बड़ी सी चट्टान ने उनके मकान के तीन कमरों को क्षतिग्रस्त कर दिया था। जिससे उन्हें लाखों का नुकसान हुआ है। श्री साहू ने कहा कि मकान के आसपास और भी चट्टानें हैं जिनसे क्षेत्र में बने मकानों को खतरा है। उन्होंने नगर निगम और प्रशासन से इन चट्टानों को यहां से हटाने की माँग की है।
गौरीघाट में बहे तखत
दो दिनों से जिस तरह से बारिश हो रही है उससे शहर में चारों ओर पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। शहर के नदी नाले उफान पर हैं। इसी कड़ी में गौर-बरेला-खंदारी से नर्मदा का जलस्तर बढ़ गया और यह जलस्तर काफी ऊपर तक आ गया है। जलस्तर ऊपर तक आ जाने से पुजारियों और दुकान संचालकों के सैंकड़ों तखत पानी में बह गए। इसके अलावा धनवंतरी नगर,नवनिवेश कॉलोनी, चंदन कॉलोनी, गंगानगर में जलप्लावन की स्थिति बनी हुई है। महज दो दिनों की बारिश में ही अधिकांश इलाकों से जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है। जिससे रहवासी परेशान हैं।
कई जगह गिरी पेड़ की टहनी तो कहीं टूटे तार
बारिश से जहाँ मकानों को नुकसान पहुंचा है तो वहीं पेड़ की टहनियां और विद्युत तारों को भी नुकसान हुआ है। जिसकी वजह से कई घरों की बिजली घंटों बंद रहीं। इसके अलावा बारिश से शहर के अधारताल, गौरीघाट, कांचघर सहित अन्य क्षेत्रों में बिजली की आंचा मिचौली जारी है।
अब तक 19 इंच बारिश
मौसम विभाग ने बताया कि शहर में अब तक कुल वर्षा का आंकड़ा 490 मिमी 19 इंच है। पिछले दो दिनों में 7.5 इंच बारिश दर्ज की गई है। वहीं कल रात को ढाई इंच बारिश हुई। मौसम विदों की मानें तो पूर्वी मध्यप्रदेश और उससे लगे छत्तीसगढ़ के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इससे आने वाले 24 घंटों के दौरान रुक-रुक कर बारिश होती रहेगी। 26 जुलाई से बारिश कुछ कम होगी।