जबलपुर (जय लोक)
जिले के पाटन तहसील के पौड़ी कला गांव में बीते 5 दिन के भीतर चार मरीजों की मौत हुई है। यह मौतें किस वजह से हुई है इसकी सही जानकारी जुटाने के लिए प्रशासन ने जाँच शुरू कर दी है। अभी तक की जाँच पड़ताल में यह बात सामने आई है कि गांव में आयोजित हुए एक गंगाजली पूजन के कार्यक्रम में शामिल होने आए बड़ी संख्या में ग्रामवासियों की मिठाई खाने से तबियत बिगड़ी थी । यह मिठाई गांव के नजदीक पिपरिया के एक व्यापारी के दुकान से लाई गई थी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने व्यापारी की दुकान के खोवा का सैंपल लिया है, और जाँच के लिए लैब भी भेजा गया है। इसके अलावा दूसरा कारण दूषित पानी पीने से डायरिया का प्रकोप होना बताया गया । अब प्रशासन सही कारण की जाँच कर रहा है।
क्षेत्र के घरों की जाँच के दौरान दो दर्जन से अधिक नए मरीज सामने आये हैं। स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की टीम ने क्षेत्र के एक सैकड़ा से अधिक घरों का सर्वे किया है। नए पीडि़तों में से 2 को पाटन अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। बाकी को गांव में ही दवाई दी गई है। कल मेडिकल कॉलेज की टीम भी पौड़ीकला गांव पहुंची। टीम ने पांच जगह से स्टूल सैंपल लिए। इसके अलावा ग्रामीणों के ब्लड सैंपल भी लिए गए हैं। यह बात सामने आई थी कि गांव में दूषित पानी पीने से बीते एक सप्ताह के भीतर 50 से अधिक ग्रामीण बीमार हुए थे। जिसके बाद जिला प्रशासन के निर्देश पर पीएचई विभाग को भी सूचना दी गई है इसके बाद गांव में 15 जगह से पानी का सैंपल लिए गए। पाटन विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले पौड़ी कला गांव में डायरिया से चार ग्रामीणों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम अब 24 घंटे के लिए गांव में तैनात है। बीमारी के कारण गांव में अजीब सी दहशत छाई हुई है।
ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर आदर्श विश्नोई के मुताबिक दो ग्रामीणों की हालत नाजुक होने के कारण उन्हें पाटन स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में आवश्यक दवाइयां, ओआरएस एवं जिंक टेबलेट वितरण कर गांव में नजर बनाए हुए हैं।
मिठाई का भी लिया गया नमूना
ग्रामीणों का कहना है कि नल जल योजना से दूषित पानी घर-घर तक पहुँच रहा है। जिसके कारण लोग बीमार हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक सर्वे के दौरान यह बात सामने आई है कि कुछ दिन पहले एक गंगाजली पूजन कार्यक्रम में गांव के लोग शामिल हुए थे। इस दौरान परोसी गई मिठाई में गड़बड़ी मिलने की शिकायत हुई थी। यह मिठाई गांव में नजदीकी पिपरिया से एक व्यापारी से ली गई थी। मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की सर्वे टीम ने पौड़ी खुर्द गांव के अलावा मढ़वा, पिपरिया, हरदुआ पहुंचकर 243 घरों का सर्वे किया जाँच में उल्टी-दस्त के मरीज हालांकि नहीं मिले। पौड़ी-कला गांव में मच्छरों और लार्वा विनष्टीकरण अभियान भी चलाया जा रहा है। डॉक्टर आदर्श विश्नोई के साथ डॉक्टर विनीत उप्पल और श्रेय अवस्थी के साथ गांव का सर्वे किया गया