जबलपुर जय लोक। आज दोपहर बाद पति-पत्नी के विवाद के एक प्रकरण में थाने में बयान देने के लिए बुलाए गए व्यक्ति को थाने में पदस्थ एक महिला ऐसा ही ने इस बुरी कदर मारा कि वह व्यक्ति बेहोश होने की स्थिति में आ गया और उसकी मुंह नाक से खून निकल आया । इसके बाद थाने के पुलिस वालों से विक्टोरिया मुलाइजे के लिए भेजा। वहां से आने के बाद पुलिस कर्मियों ने उसे पर यह दबाव बनाया की वह यह स्वीकार कर ले कि यह छोटे उसे गिरने के कारण लगी है। उक्त संबंध में वरिष्ठ अधिवक्ता जीएस ठाकुर ने बताया कि आज उन्होंने अपने कनिष्ठ अधिवक्ता को अपने मुवक्किल युसूफ के साथ गोहलपुर थाने भेजा था। विषय यह था कि उसकी पत्नी और उसके बीच में विवाद चल रहा था इसके संबंध में यूसुफ के बयान दर्ज होना था। थाने पहुंचने पर बातचीत के दौरान महिला एस आई माधुरी वासनिक और फरियादी के बीच में कुछ तीखी बातचीत हुई जिसको लेकर महिला एस आई मारपीट के आरोप लगे। दूसरी ओर थाना प्रभारी प्रतीक्षा मार्को का कहना है कि आरोपी को बयान दर्ज करने के लिए बुलाया गया था। महिला अधिकारी ने थाने में बने कक्षा में उसे बयान के लिए बुलाया वहां पर एक गर्भवती महिला आरक्षक पहले से बैठी हुई थी । फरियादी यूसुफ ने कहा कि वह बैठकर ही बयान देगा और इसी बात को लेकर वह जाने जाने को होने लगा । महिला अधिकारी और आरक्षक ने कहा कि कुछ समय दे वह है रही है । जैसे ही वह हड़बड़ाहट और आवेश में में जाने के लिए बाहर निकलने लगा तभी वह दरवाजे से टकरा गया। युवक को केवल नाक पर चोट आई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है की चोट भी उस स्थान पर आई है जहां पर सामान्य रूप से मारपीट में चोट नहीं लगती है। समाचार लिखे जाने तक थाने में हंगामा मचा हुआ था। बड़ी संख्या में अधिवक्ताओं के साथ जिला बार संगठन के अध्यक्ष मनीष मिश्रा भी थाने पहुंच गए थे। अधिवक्ता और युवक का कहना था कि उसे नाक के अलावा हाथ पैर में भी चोट आई है। वरिष्ठ अधिवक्ता गुलाब सिंह ठाकुर का कहना था कि एक अधिवक्ता के सामने उसके मुवक्किल के साथ मारपीट हुई है। इसलिए सीधे फिर होना चाहिए। जबकि पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वह शिकायत आवेदन दे दें जांच के उपरांत कार्यवाही की जाएगी। अधिवक्ताओं का कहना है कि वह थाने के सीसीटीवी फुटेज देखना चाहते हैं और उसके आधार पर ही निष्पक्ष कार्यवाही होनी चाहिए।