रैली में भक्तों के कत्लेआम की धमकी दी, इस्कॉन ने सुरक्षा माँगी
ढाका। बांग्लादेश के चिटगांव में कट्टर इस्लामिक संगठन हिफाजत-ए-इस्लाम ने शुक्रवार की नमाज के बाद इस्कॉन के खिलाफ रैली निकाली। इसमें इस्कॉन भक्तों को पकडऩे और उनका कत्ल करने के नारे लगाए गए। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि इस्कॉन पर बैन नहीं लगाया गया तो वे आंदोलन करेंगे। उन्होंने 5 नवंबर को हजारी लेन इलाके की घटना में शामिल लोगों को गिरफ्तार कर उन्हें सजा दिलाने की मांग की। जानकारी अनुसार एक मुस्लिम व्यापारी उस्मान अली ने फेसबुक पर इस्कॉन को आतंकी संगठन कहा था। इससे हिंदू नाराज हो गए थे। उन्होंने 5 नवंबर को चटगांव में हजारी लेन इलाके में उस्मान की दुकान के आगे विरोध प्रदर्शन किया। आर्मी ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया। इससे वे और भडक़ गए। इसमें 12 पुलिसवाले और कई हिंदू घायल हो गए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसके बाद रात में अचानक पुलिस और सेना हजारी लेन पहुंची और स्थानीय हिंदुओं को खूब पीटा।
भारत में भी बांग्लादेशी हिंदुओं की रक्षा की माँग उठी
इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने सोशल मीडिया पर लिखा, हम बांग्लादेश में गंभीर स्थिति से बेहद चिंतित हैं। इस्लामी कट्टरपंथी खुलेआम भक्तों को पकडऩे, उन्हें यातना देने और फिर उन्हें मार डालने की धमकी दे रहे हैं। हम उनकी सुरक्षा के लिए चिंतित हैं। इन हिंसक कार्रवाइयों को रोकने की कोशिश की जानी चाहिए।