जबलपुर (जय लोक)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज राजा शंकर शाह रघुनाथ शाह के बलिदान स्थल पर बनाए गए संग्रहालय का आज लोकार्पण किया। गौंड़ वंश के अंतिम शासक और 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के अमर शहीद राजा शंकर शाह और उनके पुत्र रघुनाथ शाह के बलिदान स्थल की खोज मित्रसंघ के संस्थापक, प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार श्री अजित वर्मा ने की थी और एक स्तंभ का निर्माण एल्गिन अस्पताल के सामने 1971 में मित्र संघ की ओर से कराया था। इस स्तंभ पर एक बोर्ड लगाकर पेंटर से दोनों पिता पुत्र के चित्र भी बनाए गए। यह स्तंभ आज भी एल्गिन अस्पताल के सामने मौजूद है। इस स्तंभ पर मित्र संघ ने 18 सितंबर 1971 को पहली बार राजा शंकर शाह और रघुनाथ शाह के बलिदान दिवस पर स्मृति समारोह आयोजित किया। राजा शंकर शाह रघुनाथ शाह की प्रतिमा स्थापित करने के लिए तत्कालीन महापौर पं विश्वनाथ दुबे से मित्र संघ की ओर से श्री अजित वर्मा ने मांग की। राजा शंकर शाह रघुनाथ शाह की प्रतिमा बनकर आई और जब उसे एल्गिन अस्पताल के बाजू में स्थापित किया जाने लगा तब इस प्रतिमा का स्वरूप बड़ा वीभत्स रहा इसलिए इस प्रतिमा को लगाने का विरोध किया गया। प्रतिमा कलाकार को वापस लौटाई गई और फिर दूसरी प्रतिमा बनकर स्थापित हुई जिसका अनावरण तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह ने किया था। इस अनावरण समारोह में गौड़ साम्राज्य के इतिहास और उससे जुड़े स्थलों की खोज और विकास तथा पहाडिय़ों और तालाबों के जरिए पर्यावरण रक्षा में अद्वितीय योगदान देने के लिए नगर निगम जबलपुर ने श्री अजित वर्मा का नागरिक सम्मान भी किया था। प्रतिमा स्थापित हो जाने के बाद अब इस प्रतिमा स्थल पर प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में संस्थाएं कार्यक्रम आयोजित करती हैं।