जबलपुर (जय लोक)
खजुराहो नृत्य महोत्सव में मंगलवार को कथक नृत्य महोत्सव में वल्र्ड रिकॉर्ड बना। यहां एक साथ 1484 कलाकारों ने कथक नृत्य पेश कर गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया। इसमें शहर के कलाकारों ने भी अपनी प्रस्तुति दी। कथक नृत्य के इतिहास में मंगलवार का दिन ऐतिहासिक दिन रहा।
यहां कलाकारों ने कथक नृत्य पेश कर गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करार्या मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों से आए 1484 कलाकारों ने एक साथ कथक नृत्य पेश किया। कलाकारों ने लगातार 15 मिनट तक एक सी मुद्राओं के साथ नृत्य किया। इसमें शहर के कालाकार भी शामिल हुए। इस आयोजन में सभी कलाकारों ने सफेद और भगवा रंग के कपड़े पहन रखे थे। यूं तो खजुराहो में बीते 50 सालों से नृत्य महोत्सव का आयोजन होता चला आ रहा है, लेकिन इस साल कलाकारों ने इस आयोजन के जरिए विश्व रिकार्ड बनाने का संकल्प लिया था। इनमें बड़ी तादाद में महिला कलाकार शामिल थे वहीं कुछ पुरुष कलाकारों ने भी कथक के इस कुंभ में हिस्सा लिया। सभी ने मिलकर वसंत ऋतु पर आधारित एक गीत पर कथक पेश किया। इस आयोजन में कुछ विदेशी कलाकारों ने भी कथक का प्रदर्शन किया। सभी कलाकार एक सी भाव भंगिमाओं में नृत्य करते हुए नजर आए।
त्रिविधा डांस एकेडेमी के कलाकार हुए शामिल
खजुराहो कत्थक महाकुंभ में त्रिविधा डांस एकेडेमी जिसकी संचालक एवं गुरु श्रीमति नीलांगी कलंत्रे की संस्था के बच्चों ने इस कत्थक के महाकुंभ में हिस्सा लेकर गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड में अपना नाम दर्ज कराया। इस कार्यक्रम में डॉ. नंदिनी, इंद्रिका तिवारी, अनुराधा शर्मा, सौम्या अरजरिया, पल्लवी, उदय बाग आदि बच्चों ने भाग लिया।
भातखंडे संगीत महाविद्यालय से 35 सदस्यीय दल हुए शामिल
खजुराहो नृत्य समारोह में जबलपुर से कुल 141 प्रतिभागियों ने नृत्य के इस महाकुम्भ में शिरकत की। भातखंडे संगीत महाविद्यालय से 35 सदस्यीय दल, डॉक्टर उपासना उपाध्याय तथा यशवंत कबीर के नेतृत्व में 19 फरवरी को जबलपुर से रवाना हुआ।
20 फरवरी को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, संस्कृति और पर्यटन मंत्री धर्मेंद्र लोधी, खजुराहो संसद वीडी शर्मा, पर्यावरण राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार आदि गणमान्यजनों की उपस्थिति में यह रिकॉर्ड बना और यह इस शहर, पूरे प्रदेश और देश के लिए अभूतपूर्व और गौरवमई क्षण रहा।