दिग्विजय कह गए थे कि कांग्रेस का साथ नहीं छोड़ेंगे कमलनाथ
जबलपुर (जय लोक)
जबलपुर संभाग के कांग्रेस की राजनीति के एक प्रमुख स्तंभ पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के भाजपा में जाने की अटकलों पर आखिर विराम लग ही गया। उनके भाजपा में जाने को लेकर जबलपुर के ग्रामीण और शहरी कांग्रेसियों के बीच भी खलबली मची हुई थी। सभी को कमलनाथ के अगले कदम का बेसब्री से इंतजार भी रहा है। कल कमलनाथ की ओर से उनके विश्वस्त साथी सज्जन सिंह वर्मा ने स्पष्ट कर दिया कि कमलनाथ कांग्रेस में ही रहेंगे और भाजपा में नहीं जाएंगे। वहीं तीन दिनों पूर्व शहर प्रवास पर आए पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महामंत्री दिग्विजय सिंह तभी पत्रकारों से चर्चा करते हुए यह कह गए थे कि कमलनाथ कांग्रेस का साथ नहीं छोड़ेेंगे, कमलनाथ के भाजपा में जाने की खबर सिर्फ अफवाह है। कमलनाथ कांगे्रस के वरिष्ठ नेता हैं जो शुरू से ही सोनिया गांधी के साथ मिलकर कांग्रेस पार्टी को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी उसी दिन कमलनाथ से बात भी हुई और उन्होंने अपने भाजपा में शामिल होने की बात को सिर्फ अफवाह ही बताया। कमलनाथ और उनके बेटे नकुलनाथ के भाजपा में जाने की खबर राजनैतिक गलियारों में आग की तरह फैल रही थी। सभी यह बात जानना चाहते थे कि क्या वाकई में कमलनाथ कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होंगे। तो दिग्विजय सिंह ने इस बात पर बयान दिया है कि कमलनाथ कांग्रेस का साथ नहीं छोड़ेंगे। दिग्विजय सिंह ने कमलनाथ के कांग्रेस में जाने की अटकलों के बीच अपनी मुहिम को रोका नहीं। बताया जाता है कि कमलनाथ की नाराजगी को लेकर दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से चर्चा की तथा दोनों के बीच बातचीत भी कराने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाई। राहुल गांधी से चर्चा होने के उपरांत ही कमलनाथ के रुख में बदलाव आया है ऐसा जानकार बतला रहे हैं। कमलनाथ के भाजपा में ना जाने के ऐलान के बाद से जबलपुर संभाग और जिले के कांगे्रस के कार्यकर्ताओं ने राहत भी अनुभव की है।
कमलनाथ एपिसोड से नगर कांग्रेस अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष की घोषणा अटकी
पिछले एक सप्ताह से प्रदेश की कांग्रेस की राजनीति में कमलनाथ के भाजपा में शामिल होने की अटकलों का बाजार गर्म रहा और राजनैतिक गहमागहमी मची रही। इस वजह से पूरा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी से लेकर अन्य पदाधिकारी भी कमलनाथ एपिसोड से प्रभावित रहे हैं। महापौर और नगर कांग्रेस के अध्यक्ष रहे जगत बहादुर ङ्क्षसह अन्नू के भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो जाने के बाद से शहर के कांग्रेसियों को नगर कांग्रेस के नए अध्यक्ष के ऐलान का और वहीं कांग्रेस के पार्षदों को नेता प्रतिपक्ष के नाम की घोषणा का भी इंतजार है। दोनों ही पदों के लिए कमलनाथ के छिंदवाड़ा के ही वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. पांसे नगर कांग्रेस अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के लिए शहर आकर पिछले कुछ दिनों पूर्व ही रायशुमारी कर चुके हैं। उन्होंने अपनी राय से प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी को भी अवगत करा दिया है। यह उम्मीद थी कि बहुत शीघ्र ही नगर कांग्रेस के नए अध्यक्ष और नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष के नाम का ऐलान हो जाएगा। लेकिन ऐसा अभी तक हो नहीं सका है। कमलनाथ के भाजपा में जाने की अटकलों के बीच घोषणा भी अटक गई। यह भी संभावना है कि जबलपुर के शहर कांग्रेस के अध्यक्ष के नाम पर कमलनाथ से भी मोहर लगवाई जा सकती है।