जबलपुर (जयलोक)। डिंडौरी सड़क हादसे में 14 लोगों की मौत का जिम्मेदार जबलपुर नगर निगम का बर्खास्त कर्मचारी निकला। जो नगर निगम में गे्रड 2 का कर्मचारी था। जिसे 6 साल पूर्व अजमेर ङ्क्षसह तेकाम को रिश्वतखोरी के मामले में लोकायुक्त ने पकड़ा था। इसके बाद से ही वह बर्खास्त चल रहा था। बर्खास्त होने के बाद अजमेर लोडिंग वाहन चलाने लगा। लेकिन किसी को क्या पता था कि रिश्वतखोर यह कर्मचारी आगे चलकर 14 मौतों का जिम्मेदार भी होगा। मंडला जिले के मसूर घुघरी गांव में एक चौक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लोडिंग वाहन में गए हुए थे। जिसमें महिलाओं सहित कुल 34 लोग सवार थे। कार्यक्रम खत्म होने के बाद में शामिल होने के बाद जब सभी वाहन से लौट रहे थे, तभी बिछिया-बड़झर सड़क पर उनका लोडिंग वाहन अनियंत्रित होकर ढलान पर पलट गया। इस हादसे में 14 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई तो वहीं 20 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस मामले में जांच में यह बात भी पता चली है कि जिस वाहन से हादसा हुआ था वह उस वाहन का ना तो बीमा और ना ही फिटनेस था। वहीं वाहन आरोपी चालक की पत्नी के नाम पर रजिस्टर्ड है।
टैक्स कम करने माँगी थी रिश्वत- कहा जा रहा है कि आरोपी वाहन चालक अजमेर लालमाटी जोन में कर संग्राहक के पद पर पदस्थ था। जिसने टैक्स कम करने के लिए एक युवक से रिश्वत की माँग की थी। नौकरी के दौरान आरोपी अजमेर अपने कारनामों की वजह से हमेशा चर्चा में रहता था। उसकी कई शिकायतें अधिकारियों तक पहुँची थी। इसी बीच रिश्वत लेने के मामले में उसे बर्खास्त कर दिया गया जिसके बाद वह अपने पैतृक गाँव शहपुरा चला गया और वहां लोडिंग वाहन चलाने लगा।
