लाखों की सागौन बरामद, आरा मशीन की सील
जबलपुर (जयलोक)
एक बार फिर लाखों की सागौर बरामद की गई है। इस बार यह कार्रवाही महानद्दा स्थित जयश्री टिंबर में की गई। कार्रवाही के दौरान ना सिर्फ टिंबर में लाखों की सागौन मिली बल्कि सागौन से भरा एक वाहन भी मिला। जिसे वन विभाग की टीम ने जप्त कर लिया है। वन विभाग के अधिकारियों को आशंका है कि सागौन की तस्करी की जा रही है। जिसमें किसी बड़े गिरोह का हाथ है। इस मामले में टिंबर संचालक से भी पूछताछ की जा रही है।
कल देर रात गश्त के दौरान वन विभाग के कर्मचारियोंं को महानद्दा स्थित जयश्री टिंबर से आरा मशीन चलने की आवाज सुनाई दी। जिसके बाद टीम ने छापेमार कार्रवाही के दौरान टिंबर में बड़ी मात्रा में सागौन बरामद की गई। वहा वहां एक वाहन भी खड़ा मिला जिसमें बड़ी मात्रा में सागौन की लकड़ी भरी हुई थी। वन विभाग के कर्मचारियों का कहना है कि जब वे यहां से गुजर रहे थे तब उन्हें टिंबर में आरा मशीन चलने की आवाज सुनाई दी। जिसके बाद तत्काल इस बात की सूचना वन परिक्षेत्र अधिकारी अपूर्व शर्मा को दी। सागौन की तस्करी का मामला होने की वजह से अधिकारी तुरंत टिंबर पहुँचे। टीम ने अंदर जाकर देखा तो आरा मशीन चालू थी और लकडिय़ा काटी जा रही थीं। वन विभाग के कर्मचारियों का कहना है कि नियम के मुताबिक सूर्यास्त के बाद आरा मशीन में लकडिय़ों की कटाई नहीं होती है। जिससे वन विभाग की टीम को संदेह हुआ। टिंबर और वाहन में मिली सागौन के संबंध में दस्तावेज मांगे गए तो इसके दस्तावेज संचालक द्वारा प्रस्तुत नहीं किए गए। जप्त की गई सागौन की कीमत ढाई लाख रूपये के आसपास की बताई जा रही है।
मंडला से लाए जाने की सूचना
वन विभाग को आशंका है कि यह लकड़ी मंडला से लाई गई है। इस संबंध में टॉल मालिक और लकड़ी लेकर पहुँचा व्यक्ति वन विभाग की टीम को सही सही जवाब नहीं दे पा रहे हैं। वन विभाग की टीम को देखकर टॉल में काम करने वाले कर्मचारी और वाहन चालक मौके से फरार हो गए। वन विभाग की टीम को आशंका है कि जबलपुर के आसपास और मंडला जिले के वन क्षेत्र से सागौन की कटाई की जा रही है।
इस मामलेे में टिंबर संचालक की मिलीभगत भी सामने आ रही है। वन विभाग की टीम का कहना है कि गिरोह बनाकर वन क्षेत्र से सागौन की कटाई जा का रही है। जिसे चोरी छुपे लाकर टिंबर में बेचा जा रहा है।
