जबलपुर (जयलोक)
जबलपुर में सेंट्रल ऑर्डिनेंस डिपो यानि सीओडी वैलफेयर सोसायटी में करोड़ों रुपए के घोटाले की खबर भोपाल तक पहुँच चुकी है। जिसमें मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सहकारिता उपायुक्त अखिलेश निगम को भोपाल तलब किया था। इस मामले की जाँच होने के बाद अब कई अधिकारी शक के दायरे में आ गए हैं।
सोसायटी के वर्तमान अध्यक्ष आनंद मिश्रा ने उपायुक्त श्री निगम पर निष्पक्ष कार्रवाई न करते हुए उल्टे उन्हीं पर जबरिया कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए सीएम से शिकायत की थी। जिससे यह पता चलता है कि जिसने इस घोटाले की शिकायत की उसे ही आरोपी बना दिया गया। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि उपायुक्त ने इससे जुड़े कोई साक्ष्य सीएम के समक्ष प्रस्तुत नहीं किए। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने उपायुक्त की क्लास लगा दी और इस मामले में निष्पक्ष कार्रवाही करने के आदेश दिए। इस मामले में सोसायटी के पूर्व कैशियर आरोपी सुरेश शाह और पूर्व अध्यक्ष प्रेम किशोर तिवारी को रांझी थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया था। दोनों पर सोसायटी के सदस्यों के नाम पर करोड़ों रुपए का लोन निकालकर हड़पने का आरोप हैं।
लोन की राशि का नोटिस आने के बाद हुआ खुलासा
इस घोटाले का खुलास उस वक्त हुआ जब कर्मचारियों को सोसायटी ने लोन की राशि जमा करने के लिए नोटिस भेजा। नोटिस देख कर्मचारी भी अचंभे में आ गए और इसकी शिकायत सीओडी प्रशासन से की। जिसके बाद इसकी जाँच शुरू की गई और एक के बाद एक मामले सामने आते गए। पुलिस को जाँच में पता चला कि प्रेम किशोर तिवारी साल 2022 के पूर्व तक सीओडी वेलफेयर सोसायटी में अध्यक्ष के पद पर पदस्थ थे। इसी दौरान प्रेम किशोर तिवारी ने तत्कालीन पूर्व प्रबंधक वीएम नायर और कैशियर सुरेश शाह से मिलीभगत कर सीओडी कर्मचारी एवं सोसायटी के करीब 127 सदस्यों के नाम से सोसायटी से लोन लिया और करोड़ों रुपए की राशि हड़प ली।
ऑडिट में मिली गड़बड़ी
सीओडी को आपरेटिव सोसाइटी में हुए घोटाले के लिए सहकारिता विभाग की ओर से किए जा रहे आडिट में हिसाब किताब में दो करोड़ से ज्यादा रुपये का घोटाला सामने आया। जिसमें कहा जा हा है कि यह गड़बड़ी अभी से नहीं बल्कि 8 साल से चल रही है।