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दो चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति के लिए 15 मार्च को होगी बैठक

बैठक से गैर हाजिर थे अरुण गोयल

 

नई दिल्ली (एजेंसी/जयलोक)।  लोकसभा चुनाव की बेला में इकलौते निर्वाचन आयुक्त अरुण गोयल का इस्तीफा देना चर्चा का विषय बन गया है। विपक्ष उनके इस्तीफे की वजह जानना चाहता है। उधर, सूत्रों की मानें तो गोयल के कुछ मुद्दों पर मुख्य निर्वाचन आयुक्त के साथ मतभेद तो थे। ये अलग बात है कि अमूमन बड़े अधिकारियों के बीच इतने मतभेद तो चलते हैं रहते हैं, लेकिन छह और सात मार्च को आयोग में माहौल थोड़ा अलग महसूस किया गया। अत: फिलहाल उनके इस्तीफे की वजह आपसी मतभेद माना जा रहा है। वहीं आयोग में खाली पड़े दो निर्वाचन आयुक्तों की नियुक्ति के लिए 15 मार्च को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में बैठक होगी।अब सवाल उठ रहा है कि निर्वाचन आयोग में 7 और 8 मार्च को ऐसा क्या हुआ कि निर्वाचन आयोग में इकलौते निर्वाचन आयुक्त अरुण गोयल ने इस्तीफा दे दिया। कुछ बहुत गंभीर बात हुई है जिसकी वजह से अपनी चार साल की सेवा को अरुण गोयल ने ठोकर मार दी। अगले चार साल में दो साल से ज्यादा गोयल मुख्य निर्वाचन आयुक्त के पद पर रहते। आठ मार्च को केंंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला निर्वाचन सदन आए थे। सूत्रों के मुताबिक उस मीटिंग में भी गोयल गैर हाजिर थे। सीईसी राजीव कुमार अकेले थे। उस मीटिंग में गृह सचिव और अन्य अधिकारियों के साथ चर्चा में राजीव कुमार के साथ अन्य निचले पायदान के आला अधिकारी मौजूद थे। सूत्र बता रहे हैं कि पहले से चले आ रहे हल्के-फुल्के मतभेद 6-7 मार्च की रात में गहरा गए।  इसी में बात कुछ ऐसी निकली कि इतनी दूर तक चली गई।

15 मार्च को होगी नए पदों पर नियुक्ति- अब सरकार निर्वाचन आयोग में खाली हुए आयुक्तों के पद 15 मार्च तक भरने की कवायद में जुटी है। अब तक एक ही निर्वाचन आयुक्त की बहाली में जुटी सरकार को आनन-फानन में दो निर्वाचन आयुक्तों की बहाली की कसरत करनी पड़ रही है। सरकार में उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक 6-7 अफसरों का पैनल तो पहले से ही तैयार है।
प्रधानमंत्री, लोकसभा में विपक्ष के नेता और प्रधानमंत्री की ओर से मनोनीत एक मंत्री की चयन समिति 15 मार्च को इस बाबत बैठक करेगी। सरकार की पूरी कोशिश है कि दो निर्वाचन आयुक्तों की नियुक्ति चुनाव की घोषणा से पहले हो जाए। सरकार के पास इस बुलेट रफ्तार के अलावा कोई रास्ता भी नहीं है। हालांकि पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने अरुण गोयल की नियुक्ति इसी बुलेट रफ्तार से किए जाने पर तंज कसा था।

Jai Lok
Author: Jai Lok

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