शहपुरा पुलिस को डीआईजी से 20 हजार के इनाम की घोषणा
डिंडोरी /जबलपुर (जय लोक)
म प्र डिंडोरी के महिला एसडीएम हत्याकांड में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।यहां शहपुरा की महिला एसडीएम निशा नापित शर्मा की हत्या से हड़कंप मच गया था। पुलिस ने इस सनसनीखेज हत्याकांड का राज आज खोल दिया है। नापित की हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि उसके पति मनीष शर्मा ने ही की थी। बालाघाट रेंज के डीआईजी मुकेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मनीष ने तकिये से मुंह और नाक दबाकर पत्नी की हत्या की। पुलिस ने प्रारंभिक जांच के आधार पर ही हत्यारे का सुराग लगा लिया। एसडीओपी शहपुरा ने मामले की जांच की। आरोपी मनीष शर्मा, उम्र 45 साल, निवासी ग्वालियरके खिलाफ अपराध आईपीसी की धारा 302,304बी, 201 के तहत आरोपी बनाया गया है। डीआईजी श्रीवास्तव ने इस हत्याकांड का खुलासा करने के लिए शहपुरा पुलिस और डिंडौरी एसपी को धन्यवाद भी दिया। उन्होंने शहपुरा पुलिस टीम के लिए 20 हजार रुपये के इनाम की घोषणा भी की। शहपुरा एसडीएम निशा नापित की संदेहास्पद परिस्थितियों में मौत की गुत्थी पुलिस ने 24 घंटे के भीतर ही सुलझा ली है। उनकी मौत प्राकृतिक नहीं बल्कि हत्या थी। उनके ही पति मनीष शर्मा ने तकिए से गला दबाकर हत्या की थी। ।रविवार को करीब चार बजे शहपुरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मनीष शर्मा ही निशा नापित को लेकर गया था। वहां डॉ. रत्नेश द्विवेदी ने उनकी जांच की तो बताया कि निशा की मौत पहले ही हो चुकी है। सोमवार को पोस्टमॉर्टम हुआ तो उसमें पता चला कि निशा नापित की हत्या हुई है। पुलिस का कहना है कि ग्वालियर निवासी 45 वर्षीय मनीष शर्मा से निशा का परिचय मैट्रिमोनियल वेबसाइट के जरिए हुआ था। दोनों की शादी तीन अक्तूबर 2020 को हुई थी। दोनों ने मंडला के गायत्री मंदिर में शादी की थी। निशा और मनीष के बीच कई बातों को लेकर विवाद हो रहा था। मनीष चाहता था कि निशा अपने सर्विस रिकॉर्ड समेत अन्य जगहों पर नॉमिनी के तौर पर उसका नाम दर्ज करें। निशा इस बात को लेकर राजी नहीं थी। इसी बात को लेकर रविवार को भी दोनों में विवाद हुआ था और मनीष ने निशा की हत्या कर दी थी। देर रात अंबिकापुर से निशा की बहन नीलिमा और परिजन डिंडौरी पहुंचे। सुबह से ही बंगले में पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल और एफएसएल की टीम ने जांच की। सोमवार सुबह क्षेत्रीय विधायक ओमप्रकाश धुर्वे अपने समर्थकों के साथ एसडीएम के परिजनों से मिलने पहुंचे। बंगले में अपर कलेक्टर सरोधन सिंह,डिंडोरी एसडीएम रामबाबू देवांगन भी मौजूद थे। घटना की जानकारी मिलने के बाद कलेक्टर विकास मिश्रा भी मौके पर पहुंचे थे।
कपड़ों को धोया ताकि सबूत मिट सके
पुलिस ने घटनास्थल के निरीक्षण, गवाहों के बयान, पीएम रिपोर्ट और अन्य साक्ष्यों के आधार पर दावा किया कि मनीष शर्मा ने रविवार को एसडीएम निशा नापित के मुंह-नाक पर तकिया रखकर दबाया। इससे ही दम घुटने से उनकी मौत हो गई। साक्ष्य को छिपाने के लिए मनीष ने खून से सने कपड़ों को वॉशिंग मशीन में धोया और उन्हें अन्य कपड़ों के साथ धोकर प्रांगण में सुखा दिया है।
पति ने सुनाई झूठी कहानी
एसडीएम के पति मनीष शर्मा ने रविवार को कहा था कि निशा का एक गुर्दा खराब था। ठंड के समय खांसी आती थी। शनिवार को उनका व्रत था। उन्होंने दो अमरूद खाए। मैंने मना भी किया। रात में उन्हें उल्टी हुई। दवा दी थी। सुबह वह सो रही थी। रविवार को कोई काम रहता नहीं इसलिए जगाया नहीं। दस बजे काम वाली बाई आई तो मैं घूमने चला गया। दोपहर दो बजे बंगले आकर मैंने पूछा तो पता चला कि मैडम नहीं उठी है। मैं कमरे में गया तो वहां वह बेसुध थी। मैंने सीपीआर देने की कोशिश की। फिर ड्राइवर को फोन लगाया। फिर हम लोग उन्हें अस्पताल ले गए।
मृतिका की बहन ने लगाए गंभीर आरोप
मेरी बहन को कोई बीमारी नहीं थी। सर्दी-जुकाम तो सभी को होता है। मनीष ने कुछ गडबड किया है। एफएसएल की टीम को चादर, तकिया और निशा के पहनने वाले कपड़े वॉशिंग मशीन में मिले हैं। मनीष ने साक्ष्य छिपाने की कोशिश की है। मनीष ने कर्मचारियों को निशा के कमरे तक में नही जाने दिया। निशा की बड़ी बहन नीलिमा ने आरोप लगाया कि 2020 में निशा ने ग्वालियर के मनीष शर्मा से शादी की थी। इन दोनों की मुलाकात मैट्रीमोनियल साइट से हुई थी। निशा ने अकेले ही शादी कर ली थी। हम लोगों को बाद में बताया। एक बार मिलने घर आई थी। पति भी साथ में था। मंडला में पोस्टिंग के दौरान भी दोनों के बीच खूब विवाद हुआ था। तत्कालीन एसपी ने दोनों को समझाया भी था। मनीष का कई लोगों से संबंध है। वह पैसे को लेकर निशा को परेशान करता था।