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अपनी गैंग बनाकर चुनौती दे रहा था नायडू, शराब पिलाई और सोते समय सर पर मार दी गोली छोटू आदिल फरार दो गिरफ्तार

जबलपुर (जय लोक)। बदमाशों की एक नई गैंग द्वारा चुनौती दिए जाने पर पुरानी गैंग के सरगना ने ही अनुराज नायडू की हत्या की साजिश रची थी कभी छोटू चौबे गैंग का सक्रिय सदस्य माने जाने वाला अन्ना नायडू अपनी अलग गैंग बनाकर छोटू चौबे को चुनौती देने लगा था। छोटू चौबे गैंग इस बात से नाखुश थी कि अन्ना नायडू उसके विरोधियों के साथ ज्यादा रहता है। इसीलिए उसकी हत्या करने की साजिश रची गई। साजिश के तहत पहले पुराने दोस्तों ने इक_ा होकर शराब की और रात 2:00 बजे छोटू चौबे को अन्ना नायडू की लोकेशन बता कर उसे बुलाया गया। नशे में धुत अन्ना के सर पर गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई और उसके शव को काले कलर की स्कॉर्पियो में डालकर मल्होत्रा तालाब के पास फेंक दिया गया। छोटू चौबे की हत्या 21 नवंबर की रात कर दी गई थी और उसका शव 1 दिसंबर को तालाब के किनारे उतरना पाया गया। इस अंधे हत्याकांड का खुलासा जबलपुर पुलिस द्वारा आज एक पत्रकार वार्ता के दौरान किया गया। इस मामले के चार आरोपियों में से दो को गिरफ्तार कर लिया गया है और दो मुख्य आरोपी फरार है। जिनकी तलाश की जा रही है।
विगत 1 दिसंबर को ग्रीनसिटी कठौंदा कंपोस्ट प्लांट सुपरवाईजर ने यह सूचना दी थी कि माढ़ोताल तालाब के किनारे एक युवक की लाश पड़ी हुई है। अज्ञात मृतक की शिनाख्त इसके परिजनों द्वारा मृतक के दोनों हाथ में बने टैटू व पहने हुये कपड़ों के आधार पर हो पाई थी। पुलिस जब मौके पर पहुँची और जाँच पड़ताल करने के बाद यह पता चला कि उक्त लाश बदमाश अनिराज उर्फ अन्ना नायडू की है। मृतक पुराना बदमाश था और उसकी कई लोगों से दुश्मनी थी। मृतक के ऊपर कई अपराध भी दर्ज थे। इस अंधी हत्या की गुत्थी को सुलझाने के पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने एएसपी(जोन-2) कमल मौर्य के निर्देशन में उप पुलिस अधीक्षक भगत सिंह गौठरिया के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी माढ़ोताल निरीक्षक विपिन ताम्रकार को उक्त हत्या करने वाले अज्ञात आरोपियों की पतासाजी कर उन्हे गिरफ्तार करने हेतु आदेशित किया गया ।
50 लोगों से हुई पूछताछ
जाँच के दौरान पुलिस को कोई भी सुराग हत्यारों के बारे में नहीं मिल रहा था। तालाब के आसपास वाले क्षेत्र में कई भी सीसीटीवी कमरे में भी लगे थे जिसके कारण साक्ष्य तलाशने में अड़चन आ रही थी। इस बीच पुलिस ने अपनी जाँच की दिशा और तरीके बढ़ाये। मामले की विवेचना के दौरान गवाहान तथा मृतक के परिजनो के द्वारा किसी भी व्यक्ति पर स्पष्ट शक संदेह जाहिर नही किया जा रहा था । जिसके बाद पुलिस ने सन्देह होने पर करीब 50 से ज्यादा लोगों से पूछताछ कर इस मामले में जानकारी जुटाने का प्रयास किया। पुलिस ने मृतक के परिजनों के साथ ही उसके साथियों और विरोधियों से पूछताछ की। इसी क्रम में दो संदेही कामरान अली व अनुश्रेय राय को मामले में पूछताछ हेतु तलाश किया गया परन्तु ये पुलिस के समक्ष उपस्थित नही हुए। पुलिस जब दोनों संदेहियों के निवास स्थान पर पहुंचीं और इनकी जानकारी ली गई तो ज्ञात हुआ कि कामरान अली व अनुश्रेय राय दोनों ही कई दिनों से अपने घर नही आए है और अपने घर से फरार है । इनके मोबाईल नम्बर परिजनों से लेकर सम्पर्क करने का प्रयास किया गया किन्तु दोनो संदेहियों के नम्बर बंद होने से इनकी कोई जानकारी प्राप्त नही हो रही थी ।
इसी बीच सुचना प्राप्त हुई कि दोनों आरोपी इंदौर में छिपे है। पुलिस की टीम को इंदौर भेजा गया तो पता चला कि ये दोनों जबलपुर किसी गमी में शामिल होने चले गए है। टीम ने तत्काल जबलपुर पुलिस को पूरी बात बताई और आरोपियों की लोकेशन का पता करने में जुट गए। पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि उक्त दोनों व्यक्ति जबलपुर से पाटन रोड में चिंहुटा गांव के पास छिपे हुए है, पुलिस टीम ने इन दोनों आरोपियों को यहाँ से धार दबोचा। कामरान अली पिता कमर रजा उम्र 22 वर्ष निवासी नया मोहल्ला थाना ओमती जिला जबलपुर हाल पता आर.ए.के.पुलिस चौकी के बाजू से चार रोड दादर बड़ाला मुंबई (महाराष्ट्र) तथा अनुश्रेय राय पिता अश्विनी राय उम्र 18 वर्ष निवासी रुद्राक्ष पार्क लाल बिल्डिंग के पास थाना संजीवनी नगर जिला जबलपुर ने पूछताछ में इस हत्या की पूरी कहानी सुना दी।
ऐसे रची गई थी साजिश
कामरान अली ने बताया कि वह दिनाँक 16/11/2023 को छोटू चौबे के साथ फ्लाईट से मुंबई से जबलपुर आया था जहाँ इन्हे मोह.आदिल मिला। अनिराज उर्फ अन्ना नायडू पूर्व में छोटू चौबे की ही गैंग में था तथा हम सभी लोगो की अच्छी दोस्ती यारी थी परंतु छोटू चौबे के विरोधियों के साथ अनिराज नायडू उर्फ अन्ना का उठना बैठना ज्यादा हो गया था और अनिराज उर्फ अन्ना नायडू अपनी अलग गैंग बनाकर छोटू चौबे को चुनौती देने लगा था। इसी बात से छोटू चौबे, अन्ना नायडू से शत्रुता रखने लगा था। हम तीनों ने प्लान बनाया कि अनिराज उर्फ अन्ना नायडू को अकेला पाकर उसकी हत्या कर देगें । कामरान अली ने बताया कि वह अनुश्रेय राय को करीब एक वर्ष से जानता था। वह जबलपुर में आकर कई बार उसके घर पर रुकता था । दिनाँक 21/11/2023 को मैं, अन्ना उर्फ अनिराज नायडू और बाकी अन्य साथियों ने सुबह से शराब पिए और रात्रि में अनुश्रेय के घर जाकर खाना खाकर सो गए। रात्रि में करीबन 02/00 बजे छोटू चौबे का इसके पास व्हाट्सएप पर फोन आया छोटू चौबे से अनुश्रेय राय ने बात किया और इसने छोटू चौबे को अन्ना नायडू की लोकेशन बताई तथा यह भी बताया कि वह शराब के नशे में सो रहा है । तब छोटू चौबे और आदिल,अनुश्रेय के घर संजीवनी नगर आए औऱ अनिराज नायडू को सोता हुआ पाकर पिस्टल से दोनो ने फायर कर अनिराज उर्फ अन्ना नायडू की हत्या कर दी । गोली लगने से उसकी मृत्यु हो गई । अन्ना के शव को इन चारो ने मिलकर काले रंग की स्कार्पियो की डिक्की में डालकर कठौंदा तालाब ले जाकर तालाब में फेंक दिए थे । इन लोगो को भरोसा था कि उसका शव किसी को नही मिलेगा । इसके पश्चात यह लोग अलग-अलग होकर चले गए । कामरान अली और अनुश्रेय राय फरार होकर पहले मुम्बई व उसके बाद इंदौर चले गए थे और छोटू चौबे व आदिल कहाँ गए इस बारे में जानकारी नही है।
अन्य दो फरार आरोपी छोटू चौबे व मोह.आदिल की तलाश पतासाजी हेतु पुलिस टीम लगाई गई है । मामले में गिरफ्तारशुदा आरोपी कामरान अली तथा फरार आरोपी छोटू उर्फ सुयश चौबे के विरुद्ध जबलपुर के विभिन्न थानो मे अनेको अपराध पंजीबद्ध है । इस अंधी हत्या के खुलासे में टी आई माढ़ोताल निरीक्षक विपिन ताम्रकार,उपनिरी नीलेश पोर्ते, उपनिरी विजय पुष्पकार, प्रआर भूपेन्द्र सिंह,प्रआर जयंत नामदेव,आरक्षक शशिप्रकाश, आरक्षक दिनेश दुबे, आरक्षक धीरेन्द्र तोमर,आरक्षक संतोष सिंह तथा थाना रांझी के उपनिरी शैलेन्द्र सिंह व सायबर सेल के प्रआर अमित पटेल की अहम भूमिका थी।

Jai Lok
Author: Jai Lok

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